देहरादून, 25 नवम्बर नई शिक्षा नीति 2020 को राज्य में लागू किये जाने पर योजना तैयार करने के लिए शिक्षा विभाग ने मंथन करना शुरू कर दिया है। इस हेतु राज्य स्तर पर कोर ग्रुप का गठन व स्कूली शिक्षा के लिए दस उप समूहों का गठन किया गया है। प्रत्येक सब ग्रुप ने व्यापक कार्ययोजना व रणनीति तैयार की है। आज से लगातार पांच दिनों तक ये ग्रुप अपना प्रस्तुतिकरण सीमैट के सभागार में करेगा। इसके बाद इन सभी के प्रस्तुतिकरण के आधार पर निदेशालय आर्ट के द्वारा विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर शासन को दी जाएगी। आज आंगनबाड़ी केंद्रों को विद्यालयों में संचालन हेतु पूर्व प्राथमिक शिक्षा को तीन से आठ वर्ष तक के बच्चों के लिए बालबाड़ी केंद्र व कक्षा एक और दो को संचालित करने पर चर्चा की गई। यह प्रस्तावित किया गया कि प्राथमिकता पर ऐसे आंगनबाड़ी केंद्रों पर यह संचालित किया जाय जो स्कूलों में संचालित हैं। इन केंद्रों के कार्यकत्रियों के प्रशिक्षण के लिये भी व्यवस्था की जाय व तत्पश्चात चरणों में आगे बढ़ाया जाय।
दूसरे ग्रुप में बुनियादी साक्षरता एवं गणित विषय पर चर्चा हुई। शिक्षा नीति में इस पर बहुत जोर दिया गया है और 2025 तक कक्षा पांच तक अनिवार्य रूप से सभी बच्चों को भाषा व गणित में दक्षताओं को प्राप्त किया जाना है। उस हेतु आगामी वर्ष में 9000 विद्यालयों व 2022 में सभी प्राथमिक विद्यालयों में संचालित किया जाय व इस हेतु शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाय। इस हेतु प्रत्येक छात्र का बेसलाइन परीक्षण व मिड, एन्ड टर्म परीक्षण किया जाय। निदेशक अकादमिक शोध प्रशिक्षजन सीमा जौनसारी ने बताया कि शिक्षा नीति क्रियान्वयन हेतु समूहों द्वारा दिये गए सुझावों के आधार पर कार्ययोजना तैयार कर आगामी वर्षो के लिए लागु करने की योजना तैयार की जाएगी।
आज निदेशक माध्यमिक शिक्षा राकेश कुंवर, निदेशक अकादमिक , शोध प्रशिक्षण सीमा जौनसारी, अपर निदेशक वंदना ह्यांकी, वीरेंद्र रावत, अजय नौडियाल, निदेशक संस्कृत शिव प्रसाद खाली, संयुक्त निदेशक कंचन देवराड़ी, पी के बिष्ट, कुलदीप गैरोला, उप निदेशक प्रदीप रावत, आर पी डंडरियाल,हेमलता भट्ट, गजेंद्र सौंन, विभागाध्यक्ष सीमैट दिनेश गौड़, प्रधानाचार्य कालसी दीना राणा, सीमैट से डॉ मोहन बिष्ट विनोद ध्यानी, डॉ जगमोहन बिष्ट , एससीआरटी से डॉ के एन विजल्वान, भगवती मंडोली, उपशिक्षाधिकारि रायपुर मोनिका बम, प्राचार्य डाइट राकेश जुगरान सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।