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- भारत के अपना रुख कड़ा करने पर कोविशील्ड पर ब्रिटेन ने अपनी वैक्सीन नीति को लेकर बड़ा बदलाव किया है
- इससे पहले भारत ने ब्रिटेन की नीतियों को भेदभावपूर्ण करार दिया था
- कोविशील्ड को मान्यता देने और यात्रियों के 10 दिनों के लिए आइसोलेशन के मसले पर गहरा विवाद था
नई दिल्ली 8 अक्टूबर, वैक्सीन पर भेदभाव को लेकर भारत की कड़ी आपत्ति के बाद ब्रिटेन ने अपने रुख में बड़ा बदलाव किया है। उसे भारत सरकार के दबाव के आगे ब्रिटेन को झुकना पड़ा है और ब्रिटेन ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवा चुके लोगों को अपने यहां भारत में बनी कोविशील्ड से वैक्सीनेटेड होने के बाद क्वारंटीन होने की शर्त ख़त्म कर दी है। पहले ब्रिटेन ने जहां भारत में बने कोविशील्ड को मान्यता देने से ही इनकार कर दिया था, वहीं बाद में ब्रिटेन ने यात्रा को लेकर जारी नए निर्देश में कहा कि वह कोविशील्ड वैक्सीन को मान्यता तो देगा, लेकिन भारत से जाने वाले यात्रियों को वैक्सीन की दो डोज लगवाने के बाद भी 10 दिनों के लिए क्वारंटीन में रहना होगा। उसने भारत को उन देशों में भी शामिल नहीं किया था, जहां कोविशील्ड की वैक्सीन लगवाने पर किसी को भी वैक्सीनेटेड समझा जाएगा। लेकिन जब भारत ने अपना रुख कड़ा करते हुए ब्रिटैन के खिलाफ भी वही शर्तें लगा दी तो अब कोविशील्ड पर ब्रिटेन ने अपनी वैक्सीन नीति को लेकर बड़ा बदलाव किया है।
बता दें ब्रिटेन का यह दोहरा मापदंड कि कोविशील्ड, जो ब्रिटिश कंपनी का ही लाइसेंसी वैक्सीन है, जिसका उत्पादन भारत में होता है और ब्रिटिश सरकार के अनुरोध पर भारत ने ब्रिटेन को इसकी 50 लाख खुराक भी भेज चूका है।
भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने गुरुवार को बताया कि ब्रिटेन जाने वाले उन भारतीय यात्रियों को अब क्वारंटीन रहने की जरूरत नहीं होगी, जिन्होंने कोविशील्ड या ब्रिटेन से मान्यता प्राप्त अन्य टीकों की पूरी डोज लगवा ली है। यह नियम 11 अक्टूबर से लागू होगा।