देहरादून/ ऋषिकेश 7 मार्च, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने रविवार को ऋषिकेश में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के समापन समारोह में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुय राज्यपाल मौर्य ने कहा कि ‘योग’ पूरे विश्व को भारत द्वारा दिया गया अमूल्य उपहार है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को नई पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। वह ऐसे भारत का निर्माण करना चाहते हैं, जो पूरी तरह से विश्व का प्रतिनिधित्व करने की क्षमता रखता हो। यह आवश्यक है कि देश के नागरिक विशेषकर युवा पीढ़ी योग को अपनाये ताकि हम एक स्वस्थ एवं विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकें। राज्यपाल ने कहा कि भारत में तो योग एक संस्कृति है। सदियों से हमारे देश में ऋषि-मुनियों ने योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन का संदेश दिया। आज पूरे विश्व में योग का प्रचार-प्रसार हो रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड तपोभूमि और योगभूमि है। उत्तराखण्ड और योगभूमि ऋषिकेश प्रकृति की गोद में बसी हुई है। यहां पर आकर रोगी भी निरोग हो जाता है। आज पूरा विश्व कोविड-19 जैसी महामारी का सामना कर रहा है। आज प्रत्येक व्यक्ति प्रतिरोधक क्षमता का महत्व समझ रहा है। अच्छा स्वास्थ्य सबकी प्राथमिकता बन गया है। अच्छे स्वास्थ्य एवं प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में योग का बहुत महत्व है। अतः अधिक से अधिक लोगों को योग को अपनाना चाहिये। बच्चों को बचपन से ही योगाभ्यास के लिये प्रोत्साहित किया जाना चाहिये। कोरोना काल में योग ने महत्वपूर्ण स्थान बनाया है। योग एवं प्राणायाम अपना कर तथा आयुष काढ़े का सेवन कर लोगों ने अपने आपको स्वस्थ रखा है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि लोगों को योग के प्रति अधिक से अधिक जागरूक किया जाना चाहिये।
आयुष मंत्री डा हरक सिंह रावत ने कहा कि योग तथा आयुर्वेद ने पूरी दुनिया में भारतीय ज्ञान के प्रति श्रद्धा एवं सम्मान का भाव उत्पन्न किया है।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि योग में अद्भुत शक्ति है। योग के माध्यम से मन और शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है। योग तथा ध्यान से मन को शांति और शरीर को शक्ति मिलती है।
इस अवसर पर जिला अधिकारी टिहरी इवा श्रीवास्तव, अपर सचिव आशीष चैहान एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।