13.4 C
Dehradun
Thursday, November 21, 2024

तिब्बती समुदाय के 11वे पंचेन लामा की गुमशुदी को लेकर चीन के खिलाफ तिब्बतियों ने निकला कैंडल मार्च

  • 11वे पंचेन लामा की गुमशुदी को बीते 28 वर्ष, छः वर्षीय लामा ‘गेदुन छयोकी न्यीमा’ को चीन द्वारा को अगवा किया गया
  • 11वें पंचेन गेदुन छ्योकी न्यीमा की मुक्ति हेतु चीन के खिलाफ तिब्बतियों ने निकला कैंडल मार्च 

देहरादून 17 मई, तिब्बती समुदाय के परम पावन 11वे पंचेन लामा की गुमशुदी को 28 वर्ष बीत चुके हैं। जटेल रिपोछे, जो टॉशी लुम्पो मठ के मठाधीश और पंचेन लामा की खोज में चीन द्वारा स्थापित कमेटी के अध्यक्ष थे। 1995 से लेकर अभी तक तिब्बती महिला संगठन, कमेटी जो इस घटनाक्रम को निरन्तर निभा रही है जिसमें पंचेन लामा को जबरन बंदी बना के रखा गया है।

परम पावन दलाई लामा के द्वारा पचेन लामा की उपाधि प्राप्त करने के मात्र तीन दिनों के उपरान्त ही चीनी अधिकारियों द्वारा छः वर्षीय लामा ‘गेदुन छयोकी न्यीमा’ को अगवाह कर लिया गया तथा बौद्ध धर्म के प्रति आलोचना, निरादर तथा अभद्र व्याख्यान दिए। परम पावन ने व्यक्तव्य दिया कि धर्म किसी कर्म अथवा प्रदर्शन से नहीं पोषित होता है बल्कि यह भीतर से प्रकट होने का एहसास है।” जिससे धर्म या धार्मिक होने का सच्चा अर्थ समझा जा सकता है। यह हमारा अटूट विश्वास है कि बुद्ध के उपदेश व तिब्बत की संस्कृति अटूट है जिसे अलग नहीं किया जा सकता।।

11 वें गेदुन छयोकी न्यीमा का जन्म 25 अप्रैल 1989 को देछेन छोडेन एवम कुचोक फुछोक के घर तिब्बत के लहरी प्रान्त के नागच्छ्र नाम का स्थान पर हुआ था। 10वें पंचेन लामा की मृत्यु के उपरान्त 14 मई, 1995 को परम पावन दलाई लामा द्वारा 11वें पंचेन लामा के रूप में मान्यता दी गई। परम पावन दलाई लामा व पंचेन लामा की वंश व्यवस्था के मध्य विशेष जुड़ाव है तथा पूर्व जन्म की मान्यता को स्वीकारते हैं। सन 1989 में 10वें पंचेन लामा ने अपनी चीन यात्रा के दौरान दिए गए वक्तव्य में कहा कि ‘हमारी सहायता करने के बजाये चीनी सरकार अकल्पनीय ढंग से तिब्बत का विनाश किया है। इसी के चलते चीनी सरकार का पंचेन लामा की अकस्मात मृत्यु का जिम्मेदार ठहराया जाता है।

दसर्व पंचेन लामा ने तिब्बत के अस्तित्व के लिए कार्य किया है। पिछले 28 वर्षों के दौरान जबसे 11वें पंचेन लामा का अपहरण हुआ है। पूरा तिब्बती समाज व विश्व समुदाय उनकी गुमशुदगी के बारे में जानना चाहता है तथा उनकी मौजूदा स्थिति व स्वास्थ्य से जुड़ा महसूस करता है। संयुक्त राष्ट्र की पचेन लामा की जांच संबंधी स्थापित कमेटी ने भी पंचेन लामा के प्रति चिंता जाहिर की है तथा चीनी सरकार से जानना चाहा है कि उनके बारे में सूचना उपलब्ध करवाई जाए तथा मानवाधिकार संस्थाओं एवम् अन्य सरकारी संगठनो एवम् अत्याचार निरोधक संस्थाओं द्वारा विनती की गई है कि चीनी सरकार पंचेन लामा के सही ठिकाने एवम् निवास के प्रति सूचना उपलब्ध करवाए। कुछ चीनी अधिकारियों द्वारा बतलाया गया है कि बालकरूपी अवतारी पंचेन लामा को शिक्षा प्रदान की जा रही है तथा वो सामान्य जीवन जी रहे है तथा सहज जीवन जी रहे हैं तथा किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं चाहते। चीन संविधान के अनुसार कोई भी व्यक्ति जो व्यस्क हो उन्हें बोलने की आजादी को प्रकट करने का अधिकार प्राप्त है तथा पंचेन लामा जो कि अब 34 वर्षो के व्यस्क हैं व उन्हें वे सब अधिकार प्राप्त सफल न हो सके। हम यह स्वीकार नहीं कर सकते कि तिब्बती अस्तित्व का नाश करने के लिए चीन नाना प्रकार के रास्ते अपना रहा है। पिछले कई दशकों से चीन तिब्बतियों के ऊपर अमानवीय अत्याचार कर रहा है जिसके परिणाम स्वरूप 169 तिब्बतियों द्वारा आत्मदाह करना, विश्व के लोगों, चीन के भीतर होने वाले मानवाधिकार हनन की तस्वीर पेश करता है। हम चीन सरकार की इस नीति का विरोध करते हैं तथा तिब्बत के भीतर रहने वाले तिब्बतियों के खिलाफ जबरन चलाए जाने वाली नीतियों को रोक लगाने की इच्छा रखते हैं।

सन 1995 जब श्री गेदुन छ्योकी को चीनी सरकार द्वारा जबरन बंदी बनाए जाने के संबंध में तिब्बती महिला संगठन सभी सरकारों, संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार शाखा, जिसमें संयुक्त राष्ट्र को दबाव बनाते हैं। कि 11वे पंचेन लामा को मुक्त किया जा सके। केन्द्रीय तिब्बती महिला संगठन तथा विभिन्न क्षेत्रीय शाखाएं संयुक्त रूप से मुख्य स्थानों पर धरने एवम् रैलियों का अयोजन समस्त विश्व में पंचेन लामा की गुमशुदगी की 28 वी वर्षगांठ मनाने जा रही है, जिसमे 11वें पंचेन लामा व उनके परिवार के सदस्य जटेल रिपोछे, जो कि टॉशी लुम्पो मठ के मठाधीश व 10वें पंचेन लामा की खोजौ दल के चीन सरकार द्वारा स्थापित सदस्य भी रहे हैं। इन सभी का सामूहिक तौर से तिब्बती महिला संगठन यह वर्षगांठ मनाती आ रही है।

हम संयुक्त राष्ट्र को गुजारिश करना चाहते हैं, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार निरोध कमेटी तथा अन्तर्राष्ट्रीय तिब्बती समर्थक दल, अन्तर्राष्ट्रीय नेतागण, संसदीय सदस्य, इत्यादि से निरन्तर मिलने वाले समर्थन हेतु निम्न मांगों की आपूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।

1. हम चाहते हैं कि चीनी सरकार 11वें पंचेन लामा की वर्तमान स्थिति तथा उनकी वास्तविक स्थापन के बारे में स्थिति स्पष्ट करें। 2. हम अपील करते हैं कि पंचेन लामा सहित सभी राजनैतिक बंदियों को शीघ्र रिहा किया जाए।

हम प्रार्थना करते हैं कि 14वें दलाई लामा सहित एवम् 11वें पंचेन लामा शीघ्र ही अपने उचित एवम् वास्वतिक स्थान टॉशी लुम्पो मठ में वापसी होगी। हम सभी अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रति सभी तिब्बत समर्थक दलों एवम् प्रत्येक व्यक्ति को उनके सहयोग, समर्थन एवम न्याय के प्रति समर्थन के लिए आभार प्रकट करते हैं।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img

Stay Connected

22,024FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest Articles

- Advertisement -spot_img
error: Content is protected !!