- पुरानी पेंशन बहाली को प्रांतीय कार्यकारिणी ने प्रदेशभर का किया दौरा
- कहा, न्यू पेंशन स्कीम पूर्ण रूप से छलावा
देहरादून, पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन को तेज करने के लिए उत्तराखंड में गठित राज्यस्तरीय संगठन के पदाधिकारियों ने राज्य का दौरा किया। श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, बागेश्वर, अल्मोड़ा और हल्द्वानी में हुई बैठक में बड़ी संख्या में एनपीएस से आच्छादित सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस दौरान संगठन को मजबूत करने व जिला स्तर पर संगठन के विस्तार पर चर्चा की गई। संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनोज अवस्थी ने प्रदेशभर में हुई बैठकों की जानकारी देते हुए बताया कि अल्मोड़ा में संगठन के पदाधिकारियों ने गोलू देवता के दर्शन कर न्यू पेंशन स्कीम से निजात और पुरानी पेंशन बहाली की मन्नत मांगी।
प्रांतीय अध्यक्ष जीतमणि पैन्यूली ने कहा कि संगठन को मजबूत करना और अपनी मांग के प्रति कर्मचारियों और समाज को जागरूक राज्यस्तरीय दौरे का मकसद है। प्रांतीय महामंत्री मुकेश रतूड़ी ने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम पूर्ण रूप से छलावा है, जिसका बहिष्कार किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इस पेंशन स्कीम से कैसे निजात मिले, इसी उद्देश्य से राज्यस्तरीय दौरा किया जा रहा है।
प्रांतीय उपाध्यक्ष सूर्य सिंह पंवार ने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम से केवल सरकारी कर्मचारियों को ही घाटा नहीं है बल्कि सरकार को भी बड़ा नुकसान है। सरकार पेंशन कर्मचारियों को कोई खैरात नहीं दे रही है। यह कर्मचारियों के वेतन का कटा हुआ हिस्सा है। कर्मचारियों का पैसा शेयर मार्केट में लगाना और उसे हार जाना जुआ खेलने के समान है, जिससे कर्मचारियों को बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है। भारत के नेताओं ने स्वयं को पुरानी पेंशन में रखा है और कर्मचारियों पर न्यू पेंशन स्कीम थोप दी गई।
प्रदेश कोषाध्यक्ष शांतनु शर्मा ने कहा कि हम अपने आंदोलन को गांधीवादी तरीके से लड़ रहे हैं। हम कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाएंगे, जिससे समाज को क्षति पहुंचे। उन्होंने सभी कर्मचारियों से एक होने की अपील की।