नई दिल्ली/रियाद, सऊदी अरब ने सुन्नी मुसलमानों के सबसे बड़े संगठन कहे जाने वाले तब्लीगी जमात पर बैन लगाने का फैसला ले लिया है। साथ ही सरकार ने इस जमात के लोगों को अगले जुमे की नमाज से पहले मस्जिदें खाली करने का आदेश दिया है। आतंकवाद का सबसे बड़ा द्वार बताते हुए वहां की सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अब से शुक्रवार की नमाज के दौरान लोगों को तब्लीगी जमात से मिलने की जरूरत नहीं है। साथ उनसे किसी भी तरह का संपर्क रखना जरूरी नहीं है। इसमें आगे कहा गया है कि यह संगठन समाज के लिए खतरनाक है और देश में आतंकवाद के द्वार खोलने का दमखम रखता है। इसी वजह से सरकार ने तमाम मस्जिदों से भी अपील की है कि उनके द्वारा लोगों को जागरूक किया जाए, बताया जाए कि तब्लीगी जमात क्यों और कैसे समाज के लिए खतरनाक है।
सरकार की ओर से मस्जिदों से तब्लीगी को लेकर लोगों को जागरूक करने की अपील की गई है। लोगों को यह बताने के लिए कहा गया है कि तब्लीगी जमात क्यों और कैसे समाज के लिए खतरा है। सरकार का मानना है कि तब्लीगी जमात के गलत कामों को लोगों तक पहुंचाया जाना चाहिए। लोगों को लगातार इसकी जानकारी दी जानी चाहिए। इससे समाज में तब्लीगी की अहमियत कम हो जाएगी। हालाँकि तब्लीगी जमात को सुन्नी मुसलमानों का सबसे बड़ा संगठन माना जाता है। हिंदुस्तान में यह संगठन 1926 में अस्तित्व में आया था। इनका मुख्य काम इस्लाम को लेकर धार्मिक उपदेश एवं प्रचार करना है। लेकिन इस संगठन के लोगों पर भावनाएं भड़काने बयान देने के भी आरोप लगते रहे हैं।
ज्ञात हो कि ये वही तब्लीगी जमात है जिसे लेकर पहली कोरोना लहर के समय भारत में काफी चर्चा में था। निजामुद्दीन में तब्लीगी से जुड़े लोगों पर यह आरोप लगा कि उन्होंने देश में कोरोना की पहली लहर के दौरान खतरा बढ़ा दिया था तब्लीगी जमात को सुन्नी मुसलमानों का सबसे बड़ा संगठन बताया जाता है। भारत में यह संगठन 1926 में अस्तित्व में आया। इनका मुख्य काम इस्लाम को लेकर धार्मिक उपदेश देना है। हालांकि इस संगठन के लोगों पर भड़काऊ बयान देने के भी आरोप लगे हैं, अब सऊदी अरब ने भी तब्लीगी जमात पर बैन लगाकार विश्व में कड़ा संदेश दिया है। लेकिन अब पुरे विश्व में इस बैन को लेकर मिली जुली प्रतिक्रिया आ रही है, अब आने वाला वक्त ही बताएगा कि आगे क्या निष्कर्ष निकलता है।