- सीबीआई ने आरोपी अधिकारी के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की कार्रवाई
- सीबीआई की टीम देश के 5 राज्यों में 20 अन्य स्थानों परछापेमारी की कार्रवाई कर रही है
- गिरफ्तार हुए तीनों आरोपियों में अफसर का पैतृक आवास चकराता में है। साथ ही देहरादून में भी मकान है
देहरादून, 17 जनवरी राजधानी देहरादून में सीबीआई छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। दिल्ली सीबीआई की टीम छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।देहरादून की सीबीआई के अधिकारी भी टीम में शामिल है दिल्ली में रेलवे के 1985 बैच के वरिष्ठ अधिकारी महेंद्र सिंह चौहान को सीबीआई ने 1 करोड़ रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।सीबीआई ने एक करोड़ रुपए की रिश्वत स्वीकार करने के मामले में रविवार को भारतीय रेल अभियांत्रिकी सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी को गिरफ्तार किया और देशभर में 20 अन्य स्थानों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
जांच एजेंसी ने 1985 बैच के आईआरईएस अधिकारी महेंद्र सिंह चौहान को उस वक्त गिरफ्तार किया जब वो पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में परियोजनाओं के ठेके देने के बदले घूस ले रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकारी असम के मालीगांव में एनएफआर मुख्यालय में तैनात हैं।
वादी ने सीबीआई से शिकायत की थी कि फ्रंटियर एरिया में काम दिलाने के एवज में सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 1 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी है सीबीआई ने गोपनीय तरीके से पूरे मामले की जांच कराई मामला सही पाए जाने पर सीबीआई ने बहुत ही गोपनीय तरीके से रेड मे एजेंसी ने घूस की रकम बरामद की है। उन्होंने बताया कि सीबीआई दिल्ली, असम, उत्तराखंड और दो अन्य राज्यों में 20 जगहों पर इस सिलसिले में छापेमारी कर रहा है।
सीबीआई ने कथित तौर पर एक करोड़ रुपये की घूस लेने के मामले में रविवार को पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी और दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें एक निजी कंपनी को परियोजनाओं के ठेके दिलाने के ऐवज में रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। वहीं दो अन्य लोगों को उत्तराखंड के देहरादून में गिरफ्तार किया गया जहां अधिकारी के निर्देश पर कथित रिश्वत का लेनदेन हुआ था।
अधिकारियों के अनुसार चौहान ने रिश्वत की राशि कथित तौर पर देहरादून में अपने घर में पहुंचाये जाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने दो लोगों को उत्तराखंड में दबोचा जो कथित तौर पर घूस के लेनदेन में शामिल थे। अधिकारियों ने कहा कि गिरफ्तारियों के फौरन बाद सीबीआई के दलों ने दिल्ली, असम, उत्तराखंड, सिक्किम और एक अन्य राज्य में कई जगहों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया। सीबीआई ने घूस की रकम और एनएफआर की परियोजनाओं के अनेक ठेकों से जुड़े दस्तावेज बरामद कर लिये हैं।\