देहरादून/ नई दिल्ली। संयुक्त सैन्य अभ्यास ऑस्ट्रियाहिंद का तीसरा संस्करण आज महाराष्ट्र के पुणे में फॉरेन ट्रेनिंग नोड में शुरू हुआ। यह अभ्यास 21 नवंबर 2024 तक आयोजित किया जाएगा। अभ्यास ऑस्ट्रेलियाहिंद एक वार्षिक कार्यक्रम है जो वैकल्पिक रूप से भारत और ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया जाता है। इसी अभ्यास का पिछला संस्करण दिसंबर 2023 में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया गया था। 140 कर्मियों वाले भारतीय दल का प्रतिनिधित्व मुख्य रूप से डोगरा रेजिमेंट की एक बटालियन और भारतीय वायु सेना के 14 कर्मियों द्वारा किया जाएगा। 120 कर्मियों वाली ऑस्ट्रेलियाई सेना की टुकड़ी का प्रतिनिधित्व 2 डिविजन की 10वीं ब्रिगेड की 13वीं लाइट हॉर्स रेजिमेंट द्वारा किया जाएगा। अभ्यास ऑस्ट्रेलियाहिंद का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र जनादेश के अध्याय VII के तहत अर्ध-रेगिस्तानी इलाके में अर्ध-शहरी वातावरण में संयुक्त उप पारंपरिक संचालन के संचालन में अंतरसंचालनीयता को बढ़ाकर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ावा देना है। यह अभ्यास उच्च स्तर की शारीरिक फिटनेस, संयुक्त योजना और संयुक्त सामरिक अभ्यास पर केंद्रित होगा। अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जाएगा – युद्ध कंडीशनिंग और सामरिक प्रशिक्षण चरण और सत्यापन चरण। अभ्यास के दौरान अभ्यास किए जाने वाले अभ्यास/पहलुओं में एक परिभाषित क्षेत्र पर कब्जा करने की आतंकवादी कार्रवाई की प्रतिक्रिया शामिल होगी; एक संयुक्त संचालन केंद्र की स्थापना; छापेमारी और खोज तथा नष्ट मिशन जैसे संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभियानों का संचालन; हेलीपैड की सुरक्षा; ड्रोन का उपयोग और ड्रोन विरोधी उपाय तथा विशेष हेली बोर्न संचालन आदि। अभ्यास ऑस्ट्राहिंद दोनों पक्षों को सामरिक संचालन के संचालन की रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं में अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में सक्षम करेगा। इस अभ्यास से दोनों पक्षों के सैनिकों के बीच सौहार्द्र और सौहार्द विकसित करने में भी मदद मिलेगी।