- बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर की तीसरी किताब “योर बेस्ट डे इस टुडे”
- छोटे से वायरस ने ये साबित कर दिया है हम कुदरत के ऊपर नही
देहरादून, जाने माने बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर आज देहरादून पहुंचे मौका था कोविड काल मे लिखी गयी अपनी तीसरी किताब “योर बेस्ट डे इस टुडे” के बारे में बातचीत करने का। उन्होंने किताब और कोविड के अलावा किसी भी मुद्दे पर बात करने से साफ इंकार कर दिया।
राजपुर रोड स्थित नटराज बुक शॉप में आयोजित सादे कार्यक्रम में अनुपम खेर ने सिर्फ और सिर्फ किताब और कोरोना के बारे में बातचीत की। नटराज बुक शॉप पहुंचते ही पूरी तरह से अनौपचारिक ही रहे। बोले कोविड ने दुनिया को बहुत बड़ी सीख दी है। लोगों का ज़िन्दगी के प्रति नज़रिया बदल दिया। उनकी ये किताब उस दौरान हुए अनुभव और उससे पैदा हुए जीवन दर्शन के ही बारे में ही लिखी है। उन्होंने कहा कि 20 मार्च को वह अमेरिका में थे। किसी तरह मुम्बई पहुंचे। अगले दिन से मुम्बई का नज़ारा ही अलग था। आसमान नीला था और कोयल समेत चिड़ियों का चहचहाना शुरू हुआ। मुम्बई में 39 साल गुज़ारे पर ऐसा अनुभव पहली हुआ। अनुपम बोले कि पिछले 36 साल से कभी भी उन्होंने कभी भी अवकाश नही लिया। अब मैं एक बैचैन आदमी हूँ। इसलिए अपना अनुभव लिखना शुरू कर दिया।
अनुपम खेर का कहना था कि कोविड ने मनुष्य जाति को गहरा संदेश दिया है। मनुष्य जाति ने उत्पात मचा रखा है। मनुष्य ने कुदरत के साथ बेराहमी भरा व्यवहार किया है। एक छोटे से वायरस ने ये साबित कर दिया है, हम कुदरत के ऊपर नही है। अनुपम खेर ने कहा आज के दौर में किताबो की दूकान चलाना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने देहरादून के मौसम और तहज़ीब को जमकर सराहा। इस मौके पर बुक शॉप के स्वामी उपेंद्र अरोरा भी मौजूद थे।