आज सोमवार की सुबह लगभग 9 बजे, पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की एक प्रतिमा को बलूचिस्तान प्रांत के दक्षिण पश्चिमी तट ग्वादर में एक बम से उड़ा दिया गया। स्थानीय मीडिया के हवाले से यह खबर दी गई है। डॉन न्यूज़ पेपर के अनुसार, शनिवार को हुए इस विस्फोट की जिम्मेदारी प्रतिबंधित संगठन बलोच लिबरेशन आर्मी ने ली है। इस विस्फोट में मूर्ति पूरी तरह नष्ट हो गई। बताया जा रहा है कि इस प्रतिमा के पास विस्फोटक लगा कर दूर से धमाका किया गया है।
ग्वादर शहर के डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि विस्फोटक लगाकर जिन्ना की प्रतिमा को नष्ट करने वाले पर्यटकों के रूप में क्षेत्र में घुसे थे। उनके मुताबिक अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन एक-दो दिन में जांच पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा, ‘हम मामले को सभी एंगल से देख रहे हैं और इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है पर जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।’
मोहम्मद अली जिन्ना 1913 से लेकर 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान की स्थापना तक ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के नेता रहे। इसके बाद 1948 में निधन होने तक वह पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल रहे थे।
पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ ने सोमवार को बताया कि ग्वादर शहर में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की प्रतिमा को बम से उड़ा दिया गया। इस हमले की ज़िम्मेदारी पाकिस्तान में प्रतिबंधित संगठन बलोच लिबरेशन आर्मी ने ली है। डिप्टी कमिश्नर मेजर (रिटायर्ड) अब्दुल कबीर खान ने बताया कि इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।