- अवनि लेखारा ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता राइफल शूटर अभिनव बिंद्रा की आत्मकथा पढ़ने के बाद हुईं प्रेरित
- भारतीय महिला निशानेबाज अवनि लेखारा दो पैरालंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी
- उनसे पहले जोगिंदर सिंह सोढ़ी खेलों के एक ही संस्करण में कई पदक जीतने वाले अकेले भारतीय थे, जब उन्होंने 1984 पैरालिंपिक में एक रजत और दो कांस्य पदक जीते थे
टोक्यो पैरालंपिक 3 अगस्त, आज शुक्रवार को भारतीय महिला निशानेबाज अवनि लेखारा ने टोक्यो में चल रहे पैरालंपिक खेलों में 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन एसएच1 में कांस्य पदक जीतकर दो पैरालंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। इससे पहले 19 साल की अवनि लेखारा ने 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था। जयपुर की शूटर ने कुल 249.6 के बराबर विश्व रिकॉर्ड बनाया था, जो एक नया पैरालंपिक रिकॉर्ड भी था।
2012 में एक कार दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के बाद अवनि लेखारा ने अपने पिता के कहने पर 2015 में सिटी शूटिंग रेंज में शूटिंग शुरू की थी। वह ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता राइफल शूटर अभिनव बिंद्रा की आत्मकथा पढ़ने के बाद बहुत प्रेरित हुईं थी। जयपुर की इस शूटर ने कुल 249.6 के बराबर विश्व रिकॉर्ड बनाया था, जो एक नया पैरालंपिक रिकॉर्ड भी था। उनसे पहले, जोगिंदर सिंह सोढ़ी खेलों के एक ही संस्करण में कई पदक जीतने वाले अकेले भारतीय थे, जब उन्होंने 1984 पैरालिंपिक में एक रजत और दो कांस्य पदक जीते थे। उनका रजत शॉट पुट में आया था, जबकि दो कांस्य पदक डिस्कस और भाला फेंक में जीते थे।
शुक्रवार को हुए फाइनल में स्वर्ण पदक चीन की झांग कुइपिंग ने 457.9 के नए खेलों के रिकॉर्ड के साथ अपने नाम किया, जबकि जर्मनई की नताशा हिल्ट्रोप ने फाइनल में 457.1 के साथ रजत पदक जीता। अवनि से पहले प्रवीण कुमार ने पुरुष ऊंची कूद टी64 इवेंट में देश को रजत पदक दिलाया। भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में अबतक दो स्वर्ण, छह रजत और चार कांस्य सहित कुल 12 पदक अपने नाम किए हैं।
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