एजेंसी, माली एक गरीब पश्चिम अफ्रीकी देश की सरकार ने 30 मार्च को स्वस्थ की बेहतर देखभाल के लिए एक महिला नागरिक 25 वर्षीय हलीमा सिसे को फ्लाइट से मोरक्को के लिए भेजा। यह एक यह एक अपने आप में अनोखी घटना थी। इस महिला को चेकअप के बाद पता चला की वह 7 बच्चों की माँ बनने वाली है क्यूंकि माली की स्वस्थ सेवाएं इतनी अच्छी नहीं हैं लिहाजा सरकार को यह निर्णय लेना पड़ा।
इससे पहले 25 साल की हलीमा के बारे में अल्ट्रासाउंड के आधर पर कहा गया था कि वह 7 बच्चों को जन्म देंगी लेकिन डॉक्टर उस समय आश्चर्य में आ गए जब प्रसव के दौरान कुल 9 बच्चों का जन्म हुआ। यह अफ्रीकी महिला हलीमा सिसे नौ बच्चों को जन्म देकर दुनियाभर में बनी चर्चा का विषय, इनमें 5 बेटियां और 4 बेटे हैं। इन बच्चों का जन्म मोरक्को के एक अस्पताल में हुआ है। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि मंगलवार को हलीमा ने इन बच्चों को जन्म दिया। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे अभी स्वस्थ हैं। हलीमा सिसे टिमबूक्तू इलाके की रहने वाली हैं। माली की सरकार ने हलीमा के सुरक्षित प्रसव के लिए उन्हें मोरक्को भेजा था।
डॉक्टरों ने बताया कि महिला का सिजेरियन विधि प्रसव कराया गया है। बताया जा रहा है कि बच्चों का तो जन्म हो गया है लेकिन अभी महिला को अगले कई सप्ताह तक अस्पताल में रहना पड़ सकता है। माली के चिकित्सकों ने कहा है कि हैवी ब्लीडिंग और ब्लड ट्रांसफ्यूजन के बाद हलीमा का स्वास्थ्य अब बेहतर है। हलीमा के पति अभी माली में ही हैं। प्रसव से पहले हलीमा को माली की राजधानी बमाको के अस्पताल में दो सप्ताह के लिए भर्ती कराया गया था। इसके बाद बेहतर देखरेख के लिए माली की सरकार ने उन्हें मोरक्को भेज दिया था। बताया जा रहा है कि ये बच्चे समय से पहले ही हो गए हैं। हलीमा का नौ बच्चों को जन्म देना दुनिया में अपने आप में दुर्लभ है। अब पूरे विश्व में तीसरा ऐसा मामला है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया में महिलाओं ने 9 बच्चों को जन्म दिया था। हालांकि इन बच्चों की जन्म के कुछ समय बाद ही मौत हो गई थी।
अब तक 6 बच्चों के एक साथ सफलतापूर्वक जन्म देने की घटना को दुर्लभ माना जाता था लेकिन अब महिला ने 9 बच्चों को जन्म दिया है। अगर हलीमा के नौ बच्चे जिंदा बच जाते हैं तो वह रेकॉर्ड कायम करेंगी। इससे पहले वर्ष 2009 में नाद्या सुलेमान ने 8 बच्चों को जन्म दिया था और वे सभी जिंदा बच गए थे। हलीमा के बारे में उन्होंने कहा उन्होंने कहा कि ये बच्चे 25 सप्ताह पर ही होने वाले थे लेकिन हमारे प्रयासों से वे 5 सप्ताह और अपनी मां के पेट में रहे। इससे उनके जिंदा रहने की संभावना अब काफी बढ़ गई है। हलीमा के साथ माली के एक डॉक्टर भी गए हैं और वह पल-पल की जानकारी दे रहे हैं। माली की स्वास्थ्य मंत्री ने माली और मोरक्को के चिकित्सकों की टीम को इस सफल अभियान के लिए बधाई दी है।