नई दिल्ली। पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा को पांच दिन की रिमांड पूरी होने के बाद उसे वीरवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत में सिविल लाइन पुलिस ने बताया कि आरोपी के मोबाइल और लैपटॉप की फोरेंसिक रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है। दूसरे राज्यों की पुलिस ने भी हमसे से संपर्क किया है। जांच में साक्ष्य जुटाने के लिए हमें सात दिन का और रिमांड चाहिए। 40 मिनट तक दोनों पक्षों की जिरह सुनने के बाद सिविल जज ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सुनील कुमार ने ज्योति मल्होत्रा को चार दिन के लिए और पुलिस रिमांड पर भेज दिया। पाक के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा का पांच दिन का रिमांड बुधवार को पूरा होने के बाद उसे वीरवार को अदालत में पेश किया गया। सुबह करीब 9.30 बजे पुलिस ज्योति को अदालत परिसर लेकर पहुंची। इस मामले की जांच अधिकारी इंस्पेक्टर निर्मला ने अदालत में आरोपी की जांच रिपोर्ट पेश की। जांच अधिकारी ने अदालत को बताया कि ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल और लैपटॉप को जांच के लिए मधुबन स्थित फोरेंसिक लैब में भेजा गया है। अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं मिली है। ज्योति के पाकिस्तान ऑप्रेटिव एजेंसी (पीओआई) के संपर्क में होने के साक्ष्य मिले हैं। उसके मोबाइल और लैपटॉप के डेटा मिलने के बाद जांच को बढ़ाया जाएगा। ज्योति ने पीओआई से किस तरह की सूचनाएं साझा की थी इस बारे में इस डेटा से ही खुलासा होगा।
ज्योति मल्होत्रा ने दूसरे कई राज्यों के वीडियो भी बनाए हैं, जिसमें बॉर्डर सिक्योरिटी को भी दिखाया गया था। ऐसे कुछ राज्यों की पुलिस भी उससे पूछताछ करना चाहती है। इसके लिए ज्योति का 7 दिन का रिमांड दिया जाए। ज्योति ने अपना कोई प्राइवेट वकील नहीं किया था। अदालत की ओर से उसे डीएलएसए (डिस्टि्रक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी) की ओर से वकील दिया गया। दोनों पक्षों की करीब 40 मिनट की बहस के बाद अदालत ने ज्योति मल्होत्रा को चार दिन के रिमांड पर भेज दिया।