- नाबालिग बालिका को बहला फुसलाकर भगा ले गया यूपी का आरोपी युवक।
- पुलिस ने नाबालिग बालिका को नन्दग्राम गाजियाबाद से किया सकुशल बरामद।
- अभियुक्त को गिरफ्तार कर अपहरण,बलात्कार व पोक्सो अधिनियम में भेजा जेल।
देहरादून 25 जुलाई, शिकायतकर्ता द्वारा थाना नेहरू कालोनी में बीती 5 मई 23 को अपनी नाबालिग पुत्री उम्र 15 वर्ष को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला फुसलाकर घर से ले जाने के सम्बन्ध में एक प्रार्थना पत्र दिया गया जिस पर थाना नेहरू कालोनी में मुकदमा अपराध संख्या 160/23 धारा 363 आईपीसी बनाम अज्ञात पंजीकृत कर विवेचना एसआई कुलदीप सिंह थाना नेहरू कालोनी के सुपुर्द की गयी।
प्रकरण की गम्भीरता को दृष्टिगत रखते हुए डीआईजी /एसएसपी देहरादून दिलीप सिंह कुंवर के निर्देशन तथा एसपी सिटी सरिता डोभाल के मार्गदर्शन तथा सीओ सदर के पर्यवेक्षण में लोकेन्द्र बहुगुणा थानाध्यक्ष नेहरू कालोनी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गयी।
पुलिस टीम द्वारा नाबालिग बालिका के परिजनों से पूछताछ की गयी तो बालिका द्वारा कोई भी फोन प्रयोग करना नही बताया गया एवं बालिका के पास कोई भी फोन होने से मना किया गया । जिसके पश्चात बालिका के करीबी दोस्तों, पडोसियों, रिश्तेदारों से गहनता से पूछताछ की गयी एवं घटनास्थल के आस-पास आने जाने वाले लोगो से पूछताछ की गई मुखबिर मामूर किये गये जिसके पश्चात पुलिस टीम को मुखबिर खास द्वारा सूचना दी कि अपहता नाबालिक बालिका वह हिमांशु नाम के लड़के के साथ सपेरा बस्ती नंदग्राम गाजियाबाद यूपी में है उक्त पते पर कल 24 जुलाई को दबिश दी गयी जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त हिमांशु पुत्र धीर सिंह निवासी सपेरा बस्ती नंद ग्राम गाजियाबाद यूपी उम्र 19 वर्ष को अपहरण,बलात्कार व पोक्सो एक्ट के अपराध में नन्दग्राम गाजियाबाद से उसके किराये के कमरे से गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से नाबालिग बालिका उम्र 15 वर्ष को सकुशल बरामद किया गया । अभियुक्त को माननीय न्यायालय पेश किया गया, माननीय न्यायालय द्वारा अभियुक्त को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।

पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त :- हिमांशु पुत्र धीर सिंह निवासी सपेरा बस्ती नंद ग्राम गाजियाबाद यूपी उम्र 19 वर्ष।
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम :- लोकेन्द्र बहुगुणा एसएचओ थाना नेहरू कालोनी देहरादून, एसआई कुलदीप सिंह, कॉन्स्टेबल श्रीकान्त ध्यानी, कॉन्स्टेबल आशीष राठी, महिला कॉन्स्टेबल रजनी और कॉन्स्टेबल किरन एसओजी देहरादून।