देहरादून, उत्तराखंड के तेज तर्रार वरिष्ठ आईएएस दीपक रावत ने आज विधिवत यूपीसीएल, पिटकुल के एमडी के साथ ही निदेशक उरेडा का चार्ज संभाल लिया है। आईएएस अफसर दीपक रावत की गिनती देश के तेजतर्रार अफसरों में होती है। अक्सर अपने अनोखे अंदाज में छापे मारने को लेकर ये सुर्खियों में रहते हैं। नए एमडी के कार्यभार संभालते ही ऊर्जा महकमे के हड़कंप की स्थिति देखी गई। उल्लेखनीय है कि तेज तर्रार आईएएस दीपक रावत अधीनस्थों से काम कराने के मामले में अलग छवि रखते हैं। दीपक रावत 2012 बैच के आईएएस हैं। हरिद्वार के डीएम बनने से पहले दीपक रावत नैनीताल के डीएम थे और उस से पहले कुमाऊ मंडल विकास निगम के एमडी थे। हरिद्वार समेत कई जिलों में तैनाती के दौरान उनका जनहित में किया गया काम चर्चाओं में रहा हा। अब देखना होगा कि यूपीसीएल में लापरवाही बरतने वाले अफसरों और कार्मिकों से नए एमडी कैसे निपटते हैं।
दरअसल, मुख्यमंत्री धामी सरकार ने बीते दिनों बड़ी संख्या में शासन स्तर पर आला अधिकारियों के दायित्व में फेरबदल किया है। इसके बाद काम करने वाले तेज तर्रार छवि वाले अफसरों को महत्वपूर्ण महकमों की जिम्मेदारी दी गई। अभी तक हरिद्वार कुंभ मेला अधिकारी का काम देख रहे वरिष्ठ आईएएस दीपक रावत को भी ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण महकमे में जिम्मेदारी दी गई। इस फेरबदल में आइएएस दीपक रावत को ऊर्जा के दोनों निगमों का प्रबंध निदेशक बनाया गया है।उन्हें यूपीसीएल के साथ पिटकुल का एमडी और उरेडा का निदेशक बनाया गया। आज आईएएस दीपक रावत ने यहां ऊर्जा भवन में विधिवत कार्यभार संभाल लिया है।