- चीन के कृत्रिम सूरज ने 101 सेकेंड तक 12 करोड़ सेल्सियस और 20 सेकेंड तक 16 करोड़ सेल्सियस तापमान हासिल करने का रिकॉर्ड बनाया
चीन के अनहुई राज्य में एक रिएक्टर में इस कृत्रिम सूरज को बनाया गया है। इसमें न्यूक्लियर संलयन की मदद ली गई है सामान्य तौर पर इस तकनीक के जरिए हाइड्रोजन बम बनाया जाता है. इसमें गर्म प्लाज्मा को फ्यूज करने के स्ट्रांग मैगनेटिक फील्ड का निर्माण किया जाता है। इसमें अत्यधिक गर्मी पैदा होती है। चीन के प्रायोगिक उन्नत सुपरकंडक्टिंग टोकामैक ने 101 सेकेंड तक 12 करोड़ सेल्सियस और 20 सेकेंड तक 16 करोड़ सेल्सियस का प्लाज़्मा तापमान हासिल कर एक नया रिकॉर्ड बनाया ने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।। ‘कृत्रिम सूर्य’ कहे जाने वाले ईएएसटी ने 100 सेकेंड्स तक 10 करोड़ सेल्सियस का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह सूर्य में होने वाली नाभिकीय संलयन प्रक्रिया की नकल करता है।
चीन के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किया गया नकली सूरज’ असली सूरज से 10 गुना अधिक ताकतवर है। ये असली सूरज की तरह ही प्रकाश भी देगा और ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करेगा। इससे ईंधन के लिए चीन की दूसरे देशों पर निर्भरता और प्रदूषण के स्तर में भी काफी कमी आने की उम्मीद है। चीन के डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में कृत्रिम सूरज का तापमान, असली सूरज की तुलना में 10 गुना अधिक तक पहुंच गया।
चीनी वैज्ञानिकों के अनुसार इस आधुनिक रिएक्टर को पहली बार पिछले साल 2020 में स्टार्ट किया गया था। तब इस रिएक्टर ने 100 सेकेंड के लिए 10 करोड़ डिग्री सेंटीग्रेड का तापमान पैदा किया था। लेकिन, इस बार चीन के इस न्यूक्लियर फ्यूजन रिएक्टर ने अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 12 करोड़ डिग्री सेंटीग्रेड का तापमान पैदा किया है।