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Friday, April 18, 2025

व्यक्तिगत और भूमंडलीय स्वास्थ्य दोनों को पोषित करता है ‘हरित योग’ : जाधव

नई दिल्ली। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आज एक भव्य समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें 6000 से अधिक योग प्रेमियों ने कलिंगा स्टेडियम में कॉमन योग प्रोटोकॉल का अभ्यास किया। सिग्नेचर इवेंट्स में से एक, ‘हरित योग’ का शुभारंभ किया गया, जिसमें आयुष राज्य मंत्री श्री प्रतापराव जाधव ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ मिलकर सिग्नेचर इवेंट के शुभारंभ के अवसर पर औषधीय पौधे लगाए। सभी योग प्रेमियों को औषधीय पौधे वितरित किए गए। मंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “पिछले 10 वर्षों में योग ने अभूतपूर्व लोकप्रियता हासिल की है और अब यह एक वैश्विक कार्यक्रम बन गया है। 30 मार्च, 2025 को अपने मन की बात संबोधन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दैनिक जीवन में फिटनेस के महत्व पर जोर दिया और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जैसी पहल की प्रशंसा की। स्वस्थ विश्व जनसंख्या के लिए भारत के दृष्टिकोण को साझा करते हुए, प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की थीम ‘एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योग’ का उल्लेख किया। यह थीम पूरी दुनिया के लिए समग्र स्वास्थ्य सुनिश्चित करती है।” ‘हरित योग’ पहल के बारे में बोलते हुए माननीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया: “हमारा स्वास्थ्य भूमंडलीय स्वास्थ्य से अभिन्न रूप से जुड़ा हुआ है। जिस प्रकार योग हमारे मन और शरीर को पोषण देता है, उसी प्रकार वृक्षारोपण पृथ्वी को पोषण देता है, तथा आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरा-भरा और स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करता है।” इसके साथ ही केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री श्री प्रताप राव जाधव ने ‘हरित योग’ के शुभारंभ की घोषणा की और कहा कि हरित योग अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के 10 प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है। केंद्रीय राज्य मंत्री श्री जाधव ने हरित योग के शुभारंभ के अवसर पर अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ औषधीय पौधे लगाए। योग के स्थायित्व और पर्यावरणीय पहलू का उल्लेख करते हुए, केंद्रीय राज्य मंत्री ने हरित योग को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम’ के दृष्टिकोण के साथ जोड़ा और कहा, “यह पहल व्यक्तियों को व्यक्तिगत और भूमंडलीय स्वास्थ्य के पोषण के एक प्रतीकात्मक कार्य के रूप में पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करती है।” मंत्री ने ‘प्रकृति परीक्षण अभियान’ की सफलता पर भी प्रकाश डाला, जिसमें 1.29 करोड़ से अधिक लोगों का प्रकृति परीक्षण किया गया और इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में स्थान प्राप्त हुआ। ओडिशा की उपमुख्यमंत्री सुश्री प्रवती परिदा ने योग की शक्ति पर जोर देते हुए कहा, “योग हमें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करता है। आइए हम योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करें और भगवान जगन्नाथ की दिव्य ऊर्जा से शक्ति प्राप्त करें। ओडिशा सरकार की ओर से, हम भारत सरकार और आयुष मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने ओडिशा को भुवनेश्वर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 का 75 वां दिन आयोजित करने का अवसर दिया।” वैश्विक स्तर पर एक सॉफ्ट पावर के रूप में योग की सफलता को स्वीकार करते हुए, पुरी लोकसभा के सांसद श्री संबित पात्रा ने कहा,” हमारे माननीय प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता के कारण, 2014 में 177 देशों ने सर्वसम्मति से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने के भारत के प्रस्ताव को अपनाया।” आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने उत्साहपूर्ण उपस्थिति की प्रशंसा की और कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 11वें संस्करण में रिकॉर्ड तोड़ वैश्विक भागीदारी देखने को मिलेगी। इस कार्यक्रम में आयुष विभाग की संयुक्त सचिव मोनालिसा दाश, भुवनेश्वर की मेयर सुलोचना दास, आयुष मंत्री के ओएसडी निशांत मेहरा और कई अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति भी देखी गई। संबोधन के बाद, एमडीएनआईवाई के निदेशक डॉ. काशीनाथ समागंडी के नेतृत्व में मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के प्रदर्शक (डेमोन्स्ट्रेटर) ने कॉमन योग प्रोटोकॉल का लाइव प्रदर्शन किया। कलिंगा स्टेडियम में 6000 से अधिक लोगों ने कॉमन योग प्रोटोकॉल का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम को आयुष मंत्रालय, एमडीएनआईवाई और अन्य योग संस्थानों के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रसारित किया गया। आज के योग महोत्सव में कॉमन योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) को बहुत महत्व दिया गया। कॉमन योग प्रोटोकॉल को विशेषज्ञों की सलाह पर तैयार किया गया है क्योंकि इसमें योग के सभी लाभों को प्राप्त करने के लिए दैनिक योग अभ्यास शामिल है। प्रोटोकॉल का उद्देश्य योग निद्रा, प्राणायाम, ध्यान आदि जैसे योग अभ्यासों को लोकप्रिय बनाना है। प्रत्येक योगिक गतिविधि लचीलापन, शक्ति, संतुलन और सामंजस्य में सुधार करने के लिए महत्वपूर्ण है। भारत सरकार द्वारा योग पोर्टल लोगों को हर दिन योग को अपनाने, अभ्यास करने और उसका आनंद लेने में मदद करने के लिए एक मंच है। हरित योग के शुभारंभ के अवसर पर योग प्रेमियों के बीच 5000 से अधिक औषधीय पौधे वितरित किए गए। यह पहल योग को पर्यावरण चेतना के साथ जोड़ती है। भुवनेश्वर में आयोजित योग महोत्सव अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2025 की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो योग के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करता है।

 

 

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