देहरादून 5 फरवरी, डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस कार्यालय स्थित डायल: 112 कंट्रोल रूम का निरीक्षण करने के बाद जिले के अधिकारी व थाना प्रभारियो के साथ गोष्ठी आयोजित की गयी। कंट्रोल रूम के निरीक्षण के दौरान डीजीपी ने कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली की समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये, कंट्रोल रूम में प्राप्त होने वाली शिकायतों का जनपदवार विवरण, जिसमें पुलिस के रिस्पांस टाइम, शिकायत पर की गयी कार्यवाही व इस दौरान पुलिस की काम करने के तरीके का विवरण लिखते हुए इसकी मन्थली रिपोर्ट सम्बन्धित परिक्षेत्र के पुलिस आईजी व् डीआईजी तथा संबंधित जिलों के एसएसपी व् एसएसपी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये, जो इन रिपोटों को देख कर कर कंट्रोल रूम की व्यवस्था व पुलिस के रेस्पॉन्स टाइम को और बेहतर बनाने की दिशा में जरुरी कदम उठाये जायेंगे।
डीजीपी ने बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनें तथा उनके सम्मुख आने वाली प्रत्येक शिकायत का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करें, हमारी फोकस पीड़ित पर केन्द्रित होनी चाहिए तथा प्रत्येक दशा में हमारा प्रयास पीडित को अधिक से अधिक राहत पहुचाने का होना चाहिए। इसके अतिरिक्त सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रों में ड्रग माफियाओं के विरूद्ध कार्यवाही केवल खाना-पूर्ति के उद्देश्य से न करें, ड्रग्स माफियाओं के विरूद्ध की गयी कार्यवाही के सुखद एवं ठोस परिणाम सभी के सामने आने चाहिए। वर्तमान में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हो रहे निर्माण कार्यों के दृष्टिगत यातायात के संचालन हेतु एक ठोस कार्य योजना बनायी जाये, जिससे सडको पर जाम की स्थिती उत्पन्न न हो तथा आम जन-मानस को किसी प्रकार असुविधा का सामना न करना पड़े। वर्तमान समय में साइबर क्राइम एक उभरता हुआ अपराध है तथा इस ओर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है, इसके सम्बन्ध में लोगो को जागरूक करने के साथ-साथ साइबर क्राइम की जानकारी होना भी नितान्त आवश्यक है। अन्त में उपस्थित सभी अधिकारियों को अपनी प्राथमिकताओं के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए डीजीपी द्वारा जनता के साथ अपना व्यवहार संयमित रखने, लोगों की शिकायतों पर तत्काल कार्यवाही करने तथा प्राप्त होने वाली शिकायतों पर रिस्पांस टाइम को और बेहतर करने के लिए कहा गया है। साथ ही सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि अपना काम सही तरह से न करने वाले अधिकारी/कर्मचारियो की जवाबदेही तय करते हुए उनके विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।