नई दिल्ली, फुटबॉल के जादूगर पेले ने 82 साल की उम्र में आज इस दुनिया को अलविदा कह दिया। दुनिया के लगभग हर देश के लोगों के दिलों में इस महान फुटबॉलर ने अपनी एक खास जगह बनाई थी। उन्हें फुटबॉल का जादूगर कहा जाता था। फीफा ने शताब्दी के खिलाड़ी ख़िताब से नवाज़ा था तथा उनका नाम टाइम्स मैगज़ीन द्वारा 20 वीं शताब्दी के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल किया था। पेले की मौत की खबर सुन कर उनके चाहने वाले फुटबॉल प्रेमियों में शोक की लहर है।
पेले कैंसर आदि समस्याओं को लेकर पिछले महीने 29 नवंबर को साओ पाउलो के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पेले कुछ समय से कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उनके निधन के बाद परिवार ने पेले के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी बयान जारी किया है। पेले की बेटी केली क्रिस्टीना नैसिमेंटो ने पिता के निधन के बाद इंस्टाग्राम पर तस्वीर शेयर की है,इसमें पेले के परिवार के लोग अन्तिम विदाई देते दिखाई दे रहे हैं।
एडिसन “एडसन” अरांटिस डो नैसिमेंटो, जिन्हें उनके लोकप्रिय नाम पेले के नाम से जाना जाता है, 20 वीं सदी के एक महानतम ब्राज़ीली फुटबॉल खिलाड़ी थे, जिन्हें ब्राज़ील का कला हीरा भी कहा जाता था। फुटबॉल के विशेषज्ञों और पूर्व खिलाड़ियों द्वारा उन्हें सर्वकालीन महान फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। तीन बार फीफा विश्व कप जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 1958, 1962 और 1970 में खेल की सबसे प्रतिष्ठित ट्रॉफी फीफा वर्ल्ड कप जीता था। उनके जीते जी उनका यह रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाया।