देहरादून, 21 दिसंबर। विकास भवन सभागार, देहरादून में जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय द्वारा सतत् विकास लक्ष्य को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से तथा Low hanging संकेतकों पर Focused Interventions द्वारा यथावश्यक सुधार करने हेतु SDG Data Eco System & Monitoring तथा पी.एम. गतिशक्ति विषय पर जनपदस्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसके अन्तर्गत कार्यशाला में समस्त जनपदस्तरीय अधिकारियों तथा समस्त खण्ड विकास अधिकारियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य विकास अधिकारी, अभिनव शाह द्वारा किया गया तदोपरान्त मनोज पंत, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सीपीपीजीजी नियोजन विभाग, उत्तराखण्ड शासन के द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों के 17 Goals के बारे में विस्तार से बताया गया। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि राष्ट्रीय स्तर पर सतत् विकास लक्ष्य रैंकिंग में 2023-24 के अनुसार उत्तराखण्ड राज्य ने केरल राज्य के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया है जो कि राज्य के लिए प्रशंसनीय है तथा इसी स्थान पर बने रहने के लिए मेहनत की आवश्यकता होगी। उक्त कार्यशाला में सीपीपीजीजी, नियोजन विभाग, देहरादून से आये विशेषज्ञ शैलेन्द्र कुमार के द्वारा SDG Data Eco System & Monitoring पर SDG Portal के माध्यम से प्रकाश डालते हुए जनपद देहरादून ने राज्य स्तर पर वर्ष 2023-24 में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है तथा आगामी वर्षों में प्रथम स्थान प्राप्त करने हेतु और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही उनके द्वारा Low hanging संकेतकों पर भी बताया गया कि मानक से कम प्रगति करने वाले विभागों को अपने Data Mechanism में सुधार करने एवं विशेष रणनीतिक प्रयास के माध्यम से Low hanging संकेतकों में प्रगति करने के लिए अधिक प्रयास करने की आवश्यकता होगी। इस कार्यशाला में पीएम गतिशक्ति परियोजना प्रबंधन इकाई के परियोजना प्रबंधक अक्षय जायसवाल ने पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान व इससे सम्बन्धित पोर्टल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इस पोर्टल के उपयोग से विभागों को योजनाओं के नियोजन व क्रियान्वयन में काफी सहायता मिलेगी। उनके द्वारा बताया गया कि उक्त पोर्टल में जीआईएस आधारित आंकड़ों व विभिन्न विभागों के डाटा की उपलब्धता के चलते नियोजन व अनुश्रवण की कारगर व्यवस्था बनाने में काफी मदद मिलेगी। विभागों को इसके अधिकाधिक उपयोग पर ध्यान देने के साथ ही विभागीय डाटा को अपडेट कराने में भी सहयोग करना होगा। इस मौके पर सीपीपीजीजी नियोजन विभाग से आये विशेषज्ञ करूणाकर सिंह द्वारा भी इससे सम्बन्धित अनेक जानकारी प्रस्तुत की गयी। अन्त में अपर सांख्यिकीय अधिकारी धीरज गुप्ता द्वारा बैठक में आये हुए सभी अधिकारी गणों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यशाला का समापन किया गया। उक्त कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सीपीपीजीजी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, वरिष्ठ परियोजना अधिकारी, उरेडा, सहायक निदेशक, दुग्ध के साथ-साथ अन्य जनपदस्तरीय अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।