देहरादून, 19 जनवरी। इलेक्ट्रिक वाहनों और टेक्नोलॉजी में अग्रणी, एका मोबिलिटी ने भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो, 2025 में देश के सबसे व्यापक और सबसे बड़े इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहनों की रेंज का प्रदर्शन किया है। इसी के साथ, कंपनी ने भारत के पर्यावरण के अनुकूल परिवहन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। स्वच्छ मोबिलिटी की दिशा में भारत की यात्रा में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो लॉजिस्टिक्स, शहरी मोबिलिटी और सार्वजनिक परिवहन में विविध वाणिज्यिक परिवहन जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया व्यापक लाइनअप मुहैया कराता है। एका मोबिलिटी की नई इलेक्ट्रिक वाहन श्रृंखला में इलेक्ट्रिक बसों, ट्रकों और छोटे वाणिज्यिक वाहनों (एससीवी) तक फैले 11 से अधिक अलग-अलग प्लेटफॉर्म शामिल हैं। यह लाइनअप सार्वजनिक परिवहन, लंबी दूरी की लॉजिस्टिक्स और लास्ट-माइल कनेक्टिविटी में स्थायी समाधानों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए रणनीतिक रूप से विकसित किया गया है। एका मोबिलिटी ने अपनी इलेक्ट्रिक वाहन रेंज को समर्थन देने वाले अत्याधुनिक फ्लीट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म एका कनेक्ट को भी लॉन्च किया है। यह सिस्टम वाहन परफॉर्मेंस अनुकूलित करने, परिचालन दक्षता को बढ़ाने और व्यवसायों और परिवहन ऑपरेटर्स के लिए अधिकतम समय सुनिश्चित करने के लिए रियल टाइम डेटा विश्लेषण का लाभ उठाती है।
एका मोबिलिटी के संस्थापक और चेयरमैन डॉ. सुधीर मेहता ने कहा, “एका मोबिलिटी में, हम सिर्फ वाहन नहीं बना रहे हैं; हम पर्यावरण के अनुकूल मोबिलिटी सिस्टम तैयार कर रहे हैं। इलेक्ट्रिक बसों, ट्रकों और एससीवी की हमारी नई रेंज व्यवसायों और सार्वजनिक परिवहन के लिए नवीन, लागत प्रभावी और पर्यावरण अनुकूल समाधान प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में बदलाव का नेतृत्व करते हुए हमारा लक्ष्य भारत की हरित क्रांति में तेजी लाना और परिवहन के भविष्य को नए सिरे से परिभाषित करना है।” एका मोबिलिटी वैश्विक अग्रणी बनने के दृष्टिकोण के साथ इलेक्ट्रिक वाणिज्यिक वाहनों के भविष्य को आगे बढ़ा रही है। कंपनी स्मार्ट, सुरक्षित मोबिलिटी के लिए मॉड्यूलर वाहन प्लेटफॉर्म, कार्बन-न्यूट्रल मैन्युफैक्चरिंग और प्रॉपरायटरी ईवी टेक्नोलॉजी पर फोकस करती है। क्षेत्रीय सिस्टम का निर्माण करते हुए सरकारों और उद्योगों के साथ साझेदारी करके, तथा स्वामित्व की कुल लागत (टीसीओ) को कम करके, एका पर्यावरण के अनुकूल स्थायी परिवहन को आकार दे रहा है। इसके ईवी भारत के स्थिरता लक्ष्यों में महत्वपूर्ण योगदान देते हुए ईंधन लागत में 200 करोड़ रुपये की बचत करते हैं और रोजाना 1.7 करोड़ यात्रियों को फायदा पहुंचाते हैं। साथ ही 4.2 लाख टन CO₂ उत्सर्जन को कम करते हैं, जो 2.3 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर है।