रुद्रप्रयाग, 21 फरवरी। अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस 2025 के अवसर पर सहकारिता विभाग द्वारा राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में युवाओं को सहकारिता के क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता विकसित करने हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में 200 युवा छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान जिला सहायक निबंधक सहकारिता मोनिका चुनेरा ने सहकारिता के मूल स्वरूप एवं इसके ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य से युवाओं को परिचित कराया। उन्होंने बताया कि सहकारिता युवाओं के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (मुख्यतः एसडीजी 1, 8, 13, 17) की प्राप्ति में सहायक बन सकती है, जिससे एक बेहतर विश्व का निर्माण संभव है। उन्होंने यह भी बताया कि सहकारिता के सदस्य बनकर युवा अन्य विभागों की योजनाओं और सहकारिता की योजनाओं को मिलाकर एक समग्र दृष्टिकोण के साथ सरकार की स्वरोजगार योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। कार्यशाला में राज्य एवं केंद्र सरकार की सहकारिता विभाग से संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। इनमें प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री घस्यारी योजना, दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना, प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र योजना, सीएससी योजना, प्रधानमंत्री समृद्धि केंद्र योजना, माधो सिंह भंडारी संयुक्त सहकारी खेती योजना और राज्य समेकित विकास परियोजना आदि शामिल रहीं। इसके अतिरिक्त, बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के ऋण योजनाओं जैसे भवन ऋण, वाहन ऋण, सी.सी. लिमिट, स्वरोजगार क्रेडिट कार्ड योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, शिक्षा ऋण एवं कर्मचारी ऋण योजना की भी जानकारी दी गई। इस अवसर पर जिला युवा कल्याण अधिकारी वरद जोशी, महाप्रबंधक उद्योग केंद्र महेश प्रकाश, दुग्ध विभाग एवं मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने भी अपनी-अपनी विभागीय योजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि सहकारिता के सदस्य इन योजनाओं का लाभ उठाकर अपने स्वरोजगार के अवसर बढ़ा सकते हैं। इस कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं को सहकारिता के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ाना था।