देहरादून। उत्तराखंड इंसानियत मंच elevated रोड़ परियोजना की इंसानियत एवं जन विरोधी सच्चाई को जनता के बीच उजागर करने का अभियान चलाएगा। प्रस्तावित परियोजना के विरोध में मंच सभी संघर्षरत संगठन व व्यक्तियों को अपना सहयोग व भागीदारी प्रदान करते हुए इस लड़ाई को संयुक्त संगठित संघर्ष के रूप मे विकसित करने का भी प्रयास तेज करेगा। आज शहीद स्मारक में उत्तराखंड इंसानियत मंच की बैठक में उपस्थित मंच से जुड़े सभी संगठन व समाज के जागरुक बुद्धि जीवियों की आहूत बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि इंसानियत मंच के सदस्य अपने- अपने क्षेत्र में आयोजित सरकार की जन सुनवाई बैठकों में प्रतिभाग करेंगे। elvated रोड के विरोध में चलाएं जा रहे बस्ती बचाओ अभियान, दून समग्र विकास अभियान एवं सीडीएस संगठन के द्वारा जो न्यायिक हस्तक्षेप और शोध कार्य करते हुए जन जागरण का प्रयास किया जा रहा है, उसकी भूरी-भूरी सराहना की गई। उसमें उन्हें पूरा सहयोग व भागीदारी का भी निर्णय लिया गया। बैठक में वक्ताओं ने इस परियोजना के आम जन के और देहरादून- मसूरी के ही नहीं बल्कि इससे पूरे उत्तराखंड पर पड़ने वाले दुष्परिणाम को बताया और इस सच्चाई को जनता तक पहुंचाने का भी सभी से आव्हान किया। बैठक में मुख्य रूप से डाक्टर रवि चोपड़ा, ईरा, शंकर गोपाल, कमला पंत, निर्मला बिष्ट, तुषार, नंद नंदन पांडे, प्रो. राघवेन्द्र, रजिया बेग, चंद्र कला, वैज्ञानिक परमजीत एवं रामन्ना एवं विमला, रज़िया बेग, अलमास, लताफत हुसैन, स्वाति नेगी ने अपने विचार व्यक्त किए। बैठक में 10 तारीख को जन सुनवाईया समाप्त होने के बाद एक बड़ी बैठक रखने का एवं 21 सितंबर के प्रदर्शन में सक्रिय भागीदारी का भी निर्णय लिया गया।