देहरादून 6 जुलाई, राज्य के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में आसीन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आज उत्तराखंड जनरल ओबीसी एम्पलाइज एसोसिएशन द्वारा शिष्टाचार भेंट कर गर्मजोशी के साथ जोरदार स्वागत और अभिवादन किया गया। एसोसिएशन ने शिष्टाचार भेंट के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा राज्य हित मे लिये गये अभूतपूर्व निर्णयों की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुये मुख्यमंत्री के प्रति कार्मिक वर्ग का विश्वास बढने की बात कही गई तथा कार्मिक वर्ग की ज्वलन्त समस्याओ को एक निश्चित समयावधि मे निर्णित कराये जाने की भी व्यवस्था अमल मे लाने का अनुरोध किया गया। एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक जोशी व महासचिव वीरेंद्र सिंह गुसाई द्वारा बताया गया है कि विभिन्न विभागो मे लम्बित पदोन्नति को विशेष अभियान के तहत जल्द से जल्द कराये जाने हेतु सभी सम्बन्धित अधिकारियो को सख्त निर्देश दिए जाने का अनुरोध मुख्यमंत्री से किया गया, जिस पर शीघ्र अपेक्षित असर दिखने का आश्वासन एसोसिएशन को मिला है, साथ ही एसोसिएशन के स्तर से किये गए अनुरोध पर सभी कार्मिक सेवा संघो की समस्याओ को एक निश्चित अन्तराल व समयावधि मे सुनते हुए ज्वलन्त समस्याओ का निदान कराये जाने का भरोसा दिया गया है।
इसके अतिरिक्त भेंट वार्ता मे सचिवालय सहित प्रदेश के सभी कार्मिकों, पेंशनर्स व उनके आश्रितो हेतु सरकार की गोल्डन कार्ड योजना को सीजीएचएस योजना के अन्तर्गत संशोधित व दुरूस्त किये जाने की सचिवालय संघ की पहल को स्वीकार करते हुए सरकार की कार्मिक वर्ग हेतु लागू इस महत्वपूर्ण योजना को धरातल पर अमलीजामा पहुंचाये जाने की प्रभावी पैरवी भी मौके पर अध्यक्ष एवं सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी, द्वारा अलग से सचिवालय संघ का अनुरोध पत्र देते हुए पुरजोर तरीके से की गयी तथा मांग की गयी कि सक्षम अधिकारियो के ढुलमुल रवैये के कारण सरकार की इस योजना को किसी भी सूरत मे बन्द न होने दिया जाए अपितु मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप व मार्गदर्शन से इस योजना को कार्मिकों, पेन्शनर्स व उनके आश्रितों की मांग व भावनाओ के अनुरूप दुरूस्त करते हुए इसे सीजीएचएस से आच्छादित किया जाय, जिस पर मुख्यमंत्री द्वारा इसे अपेक्षित रूप से दुरूस्त कराये जाने का आश्वासन दिया गया है।शिष्टाचार भेंट के दौरान एसोसिएशन की तरफ से मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न दिया गया। शिष्टमंडल मे एसोसिएशन के सभी प्रांतीय व जनपद देहरादून तथा ऊर्जा निगम के संयोजक मंडल के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।