देहरादून। चमोली जिले के जोशीमठ के पास रैणी में ग्लेशियर फटने से पहले ऋषि गंगा और फिर धौली गंगा पर बनी जलविद्युत परियोजनाओं का बैराज टूटने से गंगा और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ आ गई है। हादसे के वक्त दोनों परियाजनों में कई मजदूर काम रहेे थे, जिनमें से कई लापता बताए जा रहे हैं।
- ग्लेशियर वाली घटना पर अब तक का ऑफिशियल अपडेट
- -अब तक 125 से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है
- -ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट के 29-30 लोग लापता हैं
- -प्रोजेक्ट में ड्यूटी दे रहे पुलिस के 2 जवान भी लापता
- -ये पावर प्रोजेक्ट 2020 में बना था और तहस-नहस हो गया
- -तपोवन में NTPC का निर्माणाधीन पावर प्रोजेक्ट है. वहां 176 मजदूर सुबह अपनी ड्यूटी के लिए निकले थे.
-वहां पर दो टनल हैं. एक टनल से 15 लोग निकाले गए.
- -दूसरी टनल 250 मीटर लंबी है. उसमें मलबे में 35 लोग फंसे हुए हैं. वहां तक पहुंचना बहुत मुश्किल है. बाकियों का पता नहीं चला
- -सैलाब में स्थानीय लोगों की 180 भेड़-बकरियां बह गईं. कुछ स्थानीय गांव के चरवाहे भी बह गए
- -अभी तक 7 लोगों के शव बरामद हुए है
- डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार भी शाम 5 बजे तपोवन पहुँचगए हैं। वह राहत एवं बचाव कार्य की मानिटरिंग खुद कर रहे है।
- एसडीआरऍफ़ की टीम ने मौके पर पहुँच कर अपना राहत और बचाव काम शुरू किया
- हरिद्वार और ऋषिकेश के घाटों को एतियातन पुलिस से खाली कराया गया