देहरादून। थराली क्षेत्र में कल रात्रि हुई अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों में पुलिस का रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है। थाना थराली पुलिस द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थलों पर पहुँचाया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक चमोली श्री सर्वेश पंवार स्वयं घटनास्थल की स्थिति पर नजर रखे हुए है एवं राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
वहीं, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें भी मौके के लिए रवाना हो चुकी हैं, किंतु मार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध होने से टीमों की आवाजाही में कठिनाई आ रही है।
चमोली। जिला प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुटा है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी स्वयं मौके पर मौजूद रहकर कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से जानकारी ली। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस बल की टीमें राहत बचाव का कार्य कर रही हैं तथा हरमनी के पास मार्ग सुचारु कर दिया गया है।
भारी बारिश को देखते हुए आज थराली, देवाल व नारायणबगड़ विकासखंड के सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है। प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।
देहरादून/चमोली। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अभिषेक गुप्ता ने बताया कि थराली आपदा में राहत हेतु स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर तैनात कर दी गयी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली में वर्तमान में 4 चिकित्सा अधिकारी, 6 स्टाफ नर्स, 1 फार्मासिस्ट, 1 ड्राइवर मय एम्बुलेंस, जीवन रक्षक औषधी सहित अलर्ट पर है। अतिरिक्त 2 -108 एम्बुलैंस एवं 2 विशेषज्ञ चिकित्साधिकारी की टीम एसडीएच कर्णप्रयाग से तैनाती की गई है। अतिरिक्त 1 चिकित्साधिकारी पीएचसी देवाल से तैनाती की गई है।
थराली। राहत और बचाव कार्य शुरू मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जनपद के थराली क्षेत्र में शुक्रवार देर रात बादल फटने के कारण मलबे में दबने से एक युवती के निधन पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना पर उनके सुरक्षित व सकुशल होने की कामना की है। इस बीच मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस, आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचकर बचाव और राहत कार्य में जुट गई हैं।
बता दें कि थराली तहसील क्षेत्र के टूनरी गदेरे में शुक्रवार देर रात बादल फटने से थराली बाजार और आसपास के क्षेत्र में भारी मलबा आ गया। मलबे की चपेट में आने से एसडीएम आवास सहित कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। दुकानों में मलबा भर गया। कई वाहन भी मलबे में दब गए। सूचना मिलते ही राहत और बचाव कार्य के लिए डीडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। वहीं एसडीआरएफ और एनडीआरफ की टीम आपदा क्षेत्र के लिए रवाना हो गई है। कर्णप्रयाग ग्वालदम सड़क को भारी बारिश के चलते कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई है। जिसे सुचारू करने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जनपद के जनप्रतिनिधियों से टेलीफोन पर वार्ता कर बादल फटने से हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने आपदा पर गहरा दुःख जताते हुए सभी जनप्रतिनिधियों से राहत और बचाव कार्यों में जिला प्रशासन का सहयोग करने का अनुरोध किया है। इसके साथ उन्होंने स्थानीय विधायक से वार्ता कर उनसे मौके पर रहकर राहत एवं बचाव कार्यो का भौतिक निरीक्षण करने की अपेक्षी की है।