देहरादून, पिछले अप्रैल महीने में सोने की चेन खींचने विभिन्न थानों में हुई 6 घटनाओं को लेकर मुकदमे दर्ज हुए हैं।
जनपद देहरादून में विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुई चेन स्नेचिंग की घटनाओं की गम्भीरता से लेते हुए डीआईजी/एसएसपी देहरादून जन्मेजय खण्डूरी द्वारा घटनाओं के खुलासे तथा अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए सभी थाना प्रभारियों को कडे दिशा निर्देश दिये गये थे। जिसके कारण पुलिस अधीक्षक अपराध, पुलिस अधीक्षक नगर तथा एसपी ग्रामीण और सम्बन्धित क्षेत्राधिकारियों के देखरेख में 7 अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था। घटना के खुलासे के लिए गठित पुलिस टीमों द्वारा सभी घटना स्थलों का निरीक्षण कर अभियुक्तों के आने व जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरो की फुटेजों को चैक करते हुए सर्विलांस के माध्यम से अभियुक्तों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी। विभिन्न घटना स्थलों के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का अवलोकन करने पर 2 मोटर साइकिलों पर सवार 4 संदिग्ध व्यक्ति घटना स्थलों के आस-पास घटना के समय जाते हुए दिखाई दिये।
पुलिस ने अभियुक्तों के हुलिये के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने पर स्थानीय लोगों तथा मुखबिर द्वारा उनकी पहचान जुगनू पुत्र बाबूराम निवासी चोरखाला सहसपुर देहरादून मूल निवासी अहमदगढ थाना तथा झिंझाना शामली उत्तर प्रदेश, सेानू पुत्र बुद्धराम निवासी अहमदगढ शामली उत्तर प्रदेश के रूप में हुई तथा अभियुक्त सोनू का ससुराल चोरखाला सहसपुर क्षेत्र में होना तथा सोनू व जुगनू का आपस में रिश्तेदार होना ज्ञात हुआ। जिस पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल अभि0 सोनू उपरोक्त की ससुराल चोरखाला में दबिश दी गयी जहां मौके पर सोनू उपरोक्त के रिश्तेदारों से उनके सम्बन्ध में जानकारी करने पर उनके द्वारा अभियुक्तों के सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं होना बताया गया तथा
सीसीटीवी कैमरों की फुटेज दिखाने पर सोनू व जुगनू के साथ दिख रहे 2 अन्य संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कान्हा उर्फ कन्हैया तथा बिल्लू निवासी झिंझाना के रूप में करते हुए उन्हें सोनू व जुगनू का दोस्त होना बताया गया। मौके से पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तों के मोबाइल नम्बरों की जानकारी कर सर्विलांस के माध्यम से अभियुक्तों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी तथा अभियुक्तों की तलाश हेतु पुलिस टीमों को गैर जनपद/गैर प्रान्त रवाना किया गया। अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा झिंझाना यूपी, दिल्ली व अन्य सम्भावित स्थानों पर दबिशें दी गयी इस दौरान पुलिस टीम को जानकारी मिली कि अभियुक्त जुगनू व सोनू वर्तमान में दिल्ली में अपने साथी सोनू यादव के सोनिया विहार स्थित घर पर छुपे हुए हैं। इस दौरान अभियुक्तों की तलाश हेतु झिंझाना गयी पुलिस टीम को स्थानीय मुखबिर के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि देहरादून में चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देने वाले अभियुक्त जुगनू तथा सोनू अपने अन्य साथियों कन्हैया और बिल्लू, जो मूल रूप से झिंझाना के रहने वाले हैं तथा पुलिस के डर से झिंझाना के आस-पास के क्षेत्र में कहीं छुपे हुए हैं, से मिलने ग्राम खोकसा, झिंझाना आये हैं। उक्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल थाना झिंझाना से स्थानीय पुलिस को साथ लेकर अभियुक्तों के मिलने के सम्भावित स्थान ग्राम खोकसा में दबिश देकर घटना में संलिप्त चारों अभियुक्तों जुगनू उर्फ जोगेन्दर, सोनू, कान्हा उर्फ कन्हैया तथा बिल्लू को मौके से गिरफ्तार किया गया, जिनसे पूछताछ में उनके द्वारा दिनाँक 28-04-2022 को जनपद देहरादून में विभिन्न स्थानों में चेन स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार करते हुए लूटी गयी चेनों को सहसपुर क्षेत्र में होरावाली रोड पर मजार जाने वाले रास्ते के पास जंगल में छुपाना बताया गया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तों की निशानदेही पर घटना में लूटी गयी चेनों को अभियुक्तों द्वारा बताये गये स्थान से बरामद किया गया। अभियुक्तों को समय से माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त
1: जुगनू उर्फ जोगेन्दर पुत्र बाबूराम निवासी चोरखाला सहसपुर देहरादून मूल निवासी अहमदगढ थाना तथा झिंझाना शामली उत्तर प्रदेश
2: सोनू पुत्र स्व बुद्ध सिंह निवासी अहमदगढ थाना झिंझाना जिला शामली उत्तर प्रदेश
3: कन्हैया उर्फ कान्हा पुत्र राजकुमार निवासी ग्राम खोकसा थाना झिंझाना जिला शामली उत्तर प्रदेश
4: बिल्लू पुत्र स्व दरियाब सिंह निवासी खानपुर जाटान थाना झिंझाना जिला शामली उत्तर प्रदेश
पुलिस द्वारा पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त
1: सोनू यादव पुत्र नन्दलाल निवासी: सोनियाविहार चांद पट्टी थाना सोनिया विहार दिल्ली उम्र 25 वर्ष
2: गुलशन पुत्र सुभाष निवासी: विरालियन थाना झिंझाना यूपी हाल निवासी घोडे वाली गली छतरपुर थाना महरोली दिल्ली उम्र 22 वर्ष
पूछताछ में अभियुक्त जुगनू उर्फ जोगेन्दर द्वारा बताया गया कि वह मूल रूप से अहमदगढ थाना झिंझाना का रहने वाला है तथा वर्तमान में सहसपुर क्षेत्र में चोरखाला मस्जिद के पास रहता है। पूर्व में ये छोटा हाथी चलाने का काम किया करता था, परन्तु लॉकडाउन के दौरान आर्थिक तंगी के कारण इसने छोटा हाथी बेचकर सहसपुर में एक खिलौने की दुकान खोल ली थी। इसकी मुलाकात अपने दो अन्य साथियों बिल्लू और कन्हैया से हुई। बिल्लू गांव में ही मजदूरी का काम तथा कन्हैया पिकअप चलाने का काम करता था। उनके द्वारा इसे बताया गया कि वर्तमान में कोई काम न होने कारण हमारी आर्थिक स्थिती ठीक नहीं है, जिस पर इन्होने जल्दी पैसा कमाने के लालच में देहरादून में चेन स्नेचिंग की घटना करने की योजना बनाई तथा उक्त योजना में अपने एक अन्य साथी सोनू को भी शामिल कर उसे अपनी मोटर साइकिल के साथ बीते 28 अप्रैल 2022 को देहरादून आईएसबीटी के पास मिलने के सम्बन्ध में बताया। योजना के अनुसार 28 अप्रैल की सुबह जुगनू, कन्हैया और बिल्लू गांव के ही एक व्यक्ति सतपाल की पल्सर मोटर साइकिल, जिस पर इन्होने एक फर्जी नम्बर प्लेट लगाई थी, को लेकर देहरादून आ गए। देहरादून में अलग-अलग जगह महिलाओं की चेनें लूटी तथा घटनाओं को अंजाम देने के बाद हमने सेलाकुई के पास जंगल में लूटी हुई चेनों को आपस में बांट लिया, परन्तु पुलिस द्वारा पकडे जाने के डर से हम सभी ने लूटी हुई चेनों को सहसपुर के पास के जंगल में छुपा दिया। उसके बाद सोनू अपनी मोटर साइकिल के साथ सहसपुर में ही रूक गया तथा कन्हैया जंगल के रास्ते होते हुए पल्सर मोटर साइकिल से तथा मैं और बिल्लू वहां से बस में बैठकर झिझाना आ गये।
इसी बीच हमें जानकारी हुई कि देहरादून पुलिस हमारी तलाश मे जगह-जगह छापेमारी की कार्यवाही कर रही है, जिससे डरकर मैं और सोनू पुलिस से बचने के लिये झिंझाना से दिल्ली भाग गये तथा बिल्लू और कन्हैया झिंझाना में ही किसी गुप्त स्थान में छुप गये।चूंकि देहरादून पुलिस द्वारा लगातार हमारी तलाश हेतु जगह-जगह छापेमारी करते हुए हमारी सहायता करने वालों की गिरफ्तारी की जा रही थी तथा पुलिस से लगातार बचने व इधर उधर छुपने में हमारा सारा पैसा समाप्त हो गया था, इसलिये हमने देहरादून में छिपाई सोने की चेनो को लाकर बेचने का फैसला किया तथा इसके लिये अपने दो अन्य साथियों कन्हैया और बिल्लू से सम्पर्क किया, जिन्होने हमें झिंझाना में मिलने को कहा। हरिद्वार से मैं और सोनू बस के माध्यम से झिंझाना शामली पहुंचे तथा जैसे ही हम लोग कन्हैया और बिल्लू से मिलने उनके बताये गये स्थान पर पहुंचे, पुलिस द्वारा हमें पकड लिया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास बिल्लू पुत्र स्व0 दरियाब सिंह के ऊपर यूपी और देहरादून में लगभग 10 मुक़दमे दर्ज हैं, अभियुक्त कन्हैया पुत्र राजकुमार के ऊपर दिल्ली में एक और देहरादून में 6 मुक़दमे दर्ज हैं, जुगनू उर्फ जोगेन्दर पुत्र बाबूराम के ऊपर देहरादून में 7 मुक़दमे दर्ज हैं और सोनू पुत्र स्व बुद्ध सिंह के ऊपर देहरादून में 6 मुक़दमे दर्ज हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों से सोने की 5 चेन और एक सोने का पेण्डेंट बरामद सामान हुआ।
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में दीपक कुमार, क्षेत्राधिकारी, प्रेमनगर, रविन्द्र यादव प्रभारी निरीक्षक पटेलनगर, शंकर सिंह बिष्ट, प्रभारी निरीक्षक कैण्ट, अमरजीत सिंह थानाध्यक्ष रायपुर, मनमोहन सिंह, थानाध्यक्ष सेलाकुई, एसएसआई आशीष रावत, थाना रायपुर, एसएसआई राकेश शाह, थाना कैण्ट, एसआई अर्जुन गुसांई, एसआई सुनील कुमार, एसआई धनीराम पुरोहित, कॉन्स्टेबल गम्भीर, कॉन्स्टेबल दीप प्रकाश, कॉन्स्टेबल रविन्द्र टम्टा।
एसओजी टीम में केआर पाण्डे, प्रभारी एसओजी देहरादून, एसआई ओमकांत भूषण, प्रभारी एसओजी देहात, कॉन्स्टेबल आशीष शर्मा , कॉन्स्टेबल किरन, कॉन्स्टेबल ललित, कॉन्स्टेबल अमित, कॉन्स्टेबल नवनीत, कॉन्स्टेबल जितेन्द्र, कॉन्स्टेबल मनोज कुमार और कॉन्स्टेबल पंकज।