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Wednesday, June 25, 2025

सौम्य और कार्तिक ने जीता, उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा आयोजित प्रथम देवभूमि साईबर हैकाथॉन

देहरादून 13 नवम्बर, उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा आयोजित प्रथम देवभूमि साइबर हैकाथॉन का उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय में हुआ सफल समापन देशभर से विभिन्न राज्यो के प्रतिभागियों ने किया प्रतिभाग

आजकल पुरे देश में साईबर अपराधो में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है। जिसमे विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध विश्व के कोने कोने से सामने आ रहे है। साईबर अपराध बढ़ने का एक महत्वपूर्ण कारण दिन प्रतिदिन विभिन्न प्रकार की तकनीको की उन्नति भी है। इस कारण यह भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि पुलिस भी अपने संसाधनो में अधिक से अधिक तकनीकी सुधार करने का प्रयत्न कर रही है । जिसका उद्देश्य 21वीं सदी में साइबर अपराध की चुनौती पर एकजुट होकर इससे मुकाबला करने के लिये अपना कौशल विकास (स्किल डेवलपमेंट) को और बेहतर बनाना है।
देवभूमि साइबर हैकाथॉन के माध्यम से देश के युवा छात्रो से विभिन्न प्रकार की तकनीकी सॉफ्टवेयर बनाना जो पुलिस को जांच एवं विवेचनाओं मे सहायता प्रदान कर सकती है। उनके द्वारा दिये गये सॉफ्टवेयर के माध्यम से विभिन्न अभियोगो को अतिशीघ्र अनावरण करने हेतु एक अहम प्रयास होगा ।
बढते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने व प्रभावी कार्यवाही हेतु पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड महोदय के निर्देशन में दिंनाक 10 नवम्बर को संथिल अवोदई कृष्ण राज एस(IPS), पुलिस उपमहानिरीक्षक, एसटीएफ, उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय की मौजूदगी मे यूपीईएस कालेज के सभागार मे देवभूमि साइबर हैकाथॉन के मुख्य चरण का शुंभारम्भ किया गया । देवभूमि साइबर हैकाथॉन में उत्तराखण्ड राज्य के अलावा तमिलनाडू, कर्नाटका, महाराष्ट्र ,गुजरात, पंजाब व केन्द्र शासित प्रदेश दिल्ली के विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के छात्रों एवं आईटी प्रोफेशनल की 326 टीमो द्वारा प्रतिभाग किया गया था । प्रतियोगिता के प्रथम चरण में प्रतिभागियों को वर्तमान में साइबर क्राईम के क्षेत्र में चल रही जटिल समस्याओं (मोबइल/कम्प्यूटर व नेटवर्किग सुरक्षा सम्बन्धित) को हल करने का टास्क दिया गया जिसे सभी प्रतिभागियों द्वारा उक्त समस्याओं के निकारण हेतु जो टेक्नोलोजी प्रस्तुत की गयी वह सराहनीय थी , प्रतियोगिता के प्रथम चरण में प्रतिभागियों द्वारा साइबर क्राईम के अपराधो के रोकथाम हेतु 50 महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये । प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत की गयी टेक्नोलोजी का इस्तेमाल कर भविष्य में किसी भी प्रकार के साइबर अपराध को रोकने में सहायता प्राप्त हो सकेंगी ।                                                                                                           
भारत के प्रथम गृह मंत्री स्व. सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्मृति दिवस पर देवभूमि साइबर हैकाथॉन के प्रथम चरण का परिणाम घोषित किया गया । प्रथम चरण के परिणाम घोषित होने पर कुल 15 टीमे अगले चरण मे पहुंची । देवभूमि साइबर हैकाथॉन  मे उपरोक्त सफल 15 टीमो को प्रतिभाग करने हेतु बुलाया गया । जिनके द्वारा दिनांक 10 नवम्बर सांय 4 बजे से 12 नवम्बर 2021 प्रातः 4 बजे (36 घटें) तक IBM बैंगलोर की एक्सपर्ट टीम के साथ पुलिस की समस्याओ के लिए टूल्स की प्रेग्रामिंग की गयी । सफल टीमो द्वारा टूल्स की प्रेग्रामिंग से साइबर अपराधो की रोकथाम मे पुलिस को जांच एवं विवेचनाओं मे काफी लाभ प्राप्त होगा । उनके द्वारा दिये गये सॉफ्टवेयर के माध्यम से विभिन्न अभियोगो को अतिशीघ्र अनावरण करने हेतु एक अहम प्रयास होगा ।
36 घंटे तक चले इस हैकाथॉन में पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड महोदय के निकट निर्देशन में निर्णायक समीति अमित सिन्हा, IPS, पुलिस महानिरीक्षक उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय की अध्यक्षता में गठित निर्णायक समिति रिधिम अग्रवाल IPS, पुलिस उपमहानिरीक्षक, निवेदिता कुकरेती, IPS, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिसूचना, उमेश जोशी, पुलिस अधीक्षक संचार तथा अनुशा बड़ोला, पुलिस उपाधीक्षक के द्वारा अंतिम चरण के परिणाम घोषित किये किये गये , जिसमें टाँप 3 टीम को विजेता व अन्य 2 टीमों को सांत्वना पुरस्कार के लिये चुना गया जो निम्नवत है।
पुरुस्कार के लिए चुनी गई तीन शीर्ष टीमें 

1- सौम्य श्रीवास्तव और कार्तिक सेतिया (विजेता)
2- संयम जैन और मनजोत सिंह (फर्स्ट रनर अप)
3- मीत बिष्ट (द्वितीय उपविजेता)

सांत्वना पुरस्कार                                                                                                                           
1-शिवांकर कुमार सिंह 

2-अभिनव सिंह और सचिन सिंह और अक्षय श्रीवास्तव और आर्य केशरवानी                                                   

विजेता प्रतिभागियों को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया । उक्त हैकाथॉन के सफल आयोजन में यूपीईएस कालेज देहरादून द्वारा भी महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया गया । प्रतिभागियों द्वारा साइबर क्राईम के क्षेत्र में उपलब्ध कराये गये महत्वपूर्ण सुझावों से भविष्य में किसी भी प्रकार के साइबर अपराध को रोकने व उसके अनावरण में साहयता प्राप्त की जा सकेगी । प्रतिभागियों द्वारा उपलब्ध कराये गये सुझावों को सभी जनपद पुलिस को उपलब्ध कराया जायेगा, ताकि उत्तराखण्ड पुलिस स्मार्ट पुलिसिगं की ओर एक कदम और बढाते हुये साइबर क्राईम के अपराधों को रोकने में मील का पत्थर साबित हो सकें।

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