देहरादून 6 अगस्त, शैल कला एवं ग्रामीण विकास समिति के तत्वावधान में आयोजित ‘रुद्राक्ष’ वादन प्रतियोगिता के समस्त वादन प्रतिभागियों को सूचित किया जाता है, कि आज वादन प्रतियोगिता का निर्णायक मंडलों द्वारा लिया गया निर्णय मेरे पास प्राप्त हो चुका है, जिसके आधार पर पूरा विवरण आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूं, आपको पहले ही बता चुका था प्रथम चक्र दूसरे चक्र में प्राप्त अंकों के योग पर प्रतियोगिता का निर्णय लिया गया है, वादन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कानपुर उत्तर प्रदेश से श्री जयवर्धन राव ने प्राप्त किया तथा दूसरे स्थान पर देहरादून उत्तराखंड के श्री अनुभव पोखरियाल द्वितीय स्थान पर रहे इसके साथ ही देहरादून उत्तराखंड के श्री अर्चित जैन तीसरे स्थान पर रहे, इस प्रकार यह प्रतियोगिता का अंतिम निर्णय आ चुका है,
प्रथम- जयवर्धन राव, कानपुर (उत्तर प्रदेश)
द्वितीय-अनुभव पोखरियाल देहरादून (उत्तराखंड) तृतीय- अर्चित जैन देहरादून (उत्तराखंड)
सभी विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाएं, आप सभी और अधिक मेहनत करें और सफलता प्राप्त करे
शैल कला एवं ग्रामीण विकास समिति (स्थापित-1986) के तत्वावधान में आयोजित “रुद्राक्ष” गायन प्रतियोगिता का निर्णायक मंडलों द्वारा द्वितीय चक्र का अंतिम परिणाम आ गया है, जो कि इस प्रकार से है,
आयु वर्ग (2) में 11 से 18 वर्ष
प्रथम- महक बिष्ट
द्वितीय- ग्यान्तिका जेष्ठा
तृतीया- आस्था आर्य
वर्ग (3) 19 से 25 वर्ष तक
प्रथम- आरुषि चौहान ऋषिकेश देहरादून
द्वितीय- विशाखा मौर्य
तृतीय- मृणाल रतूड़ी
वर्ग (4) में 26 से 40 वर्ष तक
प्रथम- सुमन मुखर्जी पश्चिम बंगाल से
द्वितीय- अंजलि रावत देहरादून
तृतीय- श्रीमती शीतल देहरादून
वर्ग (5) 41 से अधिक आयु वाले गायन प्रतियोगिता में
प्रथम- श्री दिनेश जी
द्वितीय- श्री अंकुर कुमार रस्तोगी
तृतीय- श्री जितेंद्र सिंह
सभी प्रतिभागियों को हार्दिक शुभकामनाएं, जो भी प्रतिभागी चौथे पांचवें स्थान पर रहे हैं, उन्हें सांत्वना पुरस्कार (प्रमाण पत्र) के लिए एक बार पुनः अपनी आवाज में एक और वीडियो भेजनी होगी, जिससे निर्णायक मंडल प्रत्येक वर्ग से एक-एक को सांत्वना पुरस्कार (प्रमाण पत्र) के लिए चुन सकेंगे , उनकी सूचना अलग से भेजी जायेगी I
सभी प्रतिभागियों ने बहुत अच्छा प्रयास किया कुछ संगीत के रुचि का अर्थ है कार थे कुछ संगीत से जुड़ने का प्रयास कर रहे थे जो कि सराहनीय कदम है, संगीत हमें जीवन सिखाने का एक मात्र सही रास्ता है I हमारा मुख्य उददेश्य कोरोनाकाल में घर में रह कर तनावमुक्त रखना था, जो कि काफी सफलता भी मिली I