देहरदून, उत्तराखंड के लिए एक और बुरी खबर सामने आ रही है, आज प्रसिद्ध रंगकर्मी एवं लोक गायक नवीन सेमवाल का मंगलवार सुबह 44 वर्ष की उम्र में असमय ही बीमारी से निधन हो गया है और ठीक 10 दिन पहले ही उत्तराखंड के युवा लोक गायक और संगीतकार गुंजन डंगवाल का चंडीगढ़ में सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था। उत्तराखंड लोक संगीत को कुछ ही दिनों में दूसरा बड़ा झटका है। सूत्रों के मुताबिक कुछ दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं चल रही थी, आज अचानक उनकी आकस्मिक निधन से उत्तराखंड संगीत जगत में शोक की लहर है।
बताया जा रहा है कि नवीन सेमवाल की शुरुआती तबीयत बिगड़ने पर उन्हें उनके निवास स्थान रुद्रप्रयाग में स्थित राजकीय अस्पताल ले जाया गया था जहाँ प्राथमिक उपचार के पश्चात् उनकी तबीयत में सुधार ना देखते हुए उन्हें जॉली ग्रांट अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, इस खबर के सामने आने के बाद से ही इंडस्ट्री के कई लोगों ने नवीन को सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देना शुरु कर दिया है।
पुरे उत्तराखंड में अपने गीत मेरी बामणी से अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले नवीन सेमवाल एक रंगकर्मी और हास्य कलाकार भी थे, कई फिल्मों में अपने हास्य अदाकारी से उन्होंने दर्शकों के बीच एक अलग स्थान बनाया था, नवीन सेमवाल लोक गायक होने के साथ ही प्रसिद्ध रंगकर्मी रहें हैं, उन्होंने थिएटर के माध्यम से उत्तराखंड के आलावा दिल्ली से मुंबई समेत कई जगहों पर अपनी प्रस्तुतियां दी हैं। आज उत्तराखंडी संगीत जगत से प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी, पद्मश्री प्रीतम भरतवाण समेत सभी लोककर्मी अपनी ओर श्रध्द्धांजली दे रहे हैं, आज भले ही नवीन सेमवाल हमारे बीच नहीं रहे पर वह अपनी कला और गीतों के साथ हमेशा हमारे दिलों हमारे साथ रहेंगे।