- कांग्रेस मुख्यालय से निकला कांग्रेसियों का जन सैलाब, हाथीबड़कला में पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा कर रोका, पुलिस व कांग्रेसियों में हुई धक्कामुक्की
- किसान विरोधी कानूनों के रद्द होने तक चलेगा आंदोलन: देवेंद्र यादव
- उत्तराखंड से त्रिवेंद्र सरकार की विदाई तय: प्रीतम सिंह
- अध्यक्ष प्रीतम समेत कई गिरफ्तार, शाम को किये रिहा
देहरादून 15 जनवरी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वाहन पर आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में हज़ारों कांग्रेसियों का हुजूम किसान विरोधी कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर गया। आज प्रातः ही राजधानी के चारों ओर से कांग्रेसियों के जत्थे मोदी व त्रिवेंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए व कुसान विरोधी तीन कानूनों को रद्द कराने की मांग करते हुए शहर में कांग्रेस मुख्यालय की ओर बढ़ रहे थे। ग्यारह बजते बजते कांग्रेस मुख्यालय का प्रांगण कार्यकर्ताओं से खचा खच भर गया और बारह बजे तक कूच के समय कांग्रेस मुख्यालय के चारों ओर की सड़कें भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पट गयी ।
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह , प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश, एआईसीसी सचिव व मंगलौर विधायक काज़ी निज़ामुद्दीन, के नेतृत्व में कांग्रेसियों के सैलाब ने राजभवन कूच किया। कूच से पहले कांग्रेस मुख्यालय में हुई सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव ने मोदी सरकार पर जबरदस्त हमला करते हुए कहा कि देश का किसान कराह रहा है लेकिन मोदी जी के कान में जूं नहीं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि आज 48 दिओं से उत्तर भारत का किसान देश की राजधानी दिल्ली के बॉर्मेंरों में कड़कती ठंड में खुले आसमान के नीचे आंदोलनरत है और इस आंदोलन में अब तक 70 किसान अपनी जान कुर्बान कर चुके हैं लेकिन केंद्र सरकार ने काले कानूनों को लागू करने को अपनी नाक का सवाल बनाया हुआ है। यादव ने कहा कि आज पूरा देश जान चुका है कि मोदी जी देश को अपने धन कुबेर मित्रों की तिजोरी में गिरवी रख दिया है।
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मोदी त्रिवेंद्र सरकारों पर जम कर हमला किया। उन्होंने कहा कि छह सालों में मोदी जी देश में जो कुछ 60 वर्षों में कांग्रेस सरकारों ने खड़ा किया था उसे मोदी जी ने छह वर्षों में नीलाम कर दिया । उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार चार वर्षों में हर मोर्चे पर फेल हो गयी। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई अपने चरम पर है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं और व्यापार पर्यटन तीर्थाटन सब ठप्प पड़ा है । उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार आकंठ भ्रस्टाचार में लिप्त है और मुख्यमंत्री हर समय भ्रस्टाचार पर ज़ीरो टॉलरेंस का राग अलापते हैं। श्री प्रीतम सिंह ने कहा कि आगामी 2022 में त्रिवेंद्र सरकार की विदाई तय है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बीजेपी सरकार के विधायक ही सरकार पर भ्रस्टाचार का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार अब तक कि सबसे निक्कमी व भ्रष्ट सरकार है। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने किया। सभा के पश्चात देवेंद्र यादव, प्रीतम सिंह, डॉ इंदिरा हृदयेश व काज़ी निज़ामुद्दीन के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने राजभवन की ओर प्रस्थान किया। कूच में विधायक आदेश चौहान, विधायक मनोज रावत, विधयक राजकुमार पुरोला, पूर्व विधायक रंजीत रावत, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट,प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, पूर्व विधायक विजय पाल सजवाण , पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी, पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण, आर्येन्दर शर्मा, धीरेंद्र प्रताप,राजपाल खरोला, विजय सारस्वत, संजय पालीवाल, मेयर अनिता शर्मा, गरिमा दसौनी, लाल चंद शर्मा, राजेन्द्र शाह, नवीन जोशी, याकूब सिध्क्की, मंजू तोमर,परिणीता बडोनी,शांति रावत, मंजू त्रिपाठी, रंजना रावत, पूनम राणा, डा आर पी रतूड़ी, अजय सिंह आदि शामिल रहे
कांग्रेसियों ने अपनी गिरफ़्तारी दी, पुलिस ने धारा मे मुकदमा आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत दर्ज किया, पुलिस अनुसार प्रीतम सिंह प्रदेश अध्यक्ष उत्तराखंड कांग्रेस के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में राजभवन कूच के दौरान पुलिस द्वारा हाथीबड़कला बैरियर पर रोका गया रैली द्वारा शांति व्यवस्था भंग होने का अंदेशा होने पर रैली में मौजूद लोगों को मौके पर गिरफ्तार किया गया तथा माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया माननीय न्यायालय द्वारा गिरफ्तार व्यक्तियों को व्यक्तिगत मुचलके पर रिहा किया गया रैली प्रशासन से बिना अनुमति की थी तथा कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन ना होना पाया गया जिस कारण कोतवाली डालनवाला पर मुकदमा आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत दर्ज किया गया