देहरादून 25 नवंबर बुद्धवार को राजकीय इंटर कॉलेज डोभालवाला में राजकीय प्रधानाचार्य एसोसिएशन द्वारा प्रांतीय अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह बिष्ट जी के नेतृत्व में गूगल मीट के द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें उत्तराखंड शासन ने विभाग में कार्यरत प्रधानाध्यापकों तथा तदर्थ प्रधानाचार्यो को शासनादेश द्वारा मौलिक पदोन्नति प्रदान की गई है जिसका एसोसिएशन स्वागत करता है व विभाग तथा शासन का आभार व्यक्त करता है । परंतु उक्त पदोन्नति आदेश विसंगतियों से भरा है जिसका एसोसिएशन विरोध करता है इस संदर्भ में आज आयोजित बैठक में तय किया गया कि एसोसिएशन इस पदोन्नति आदेश में व्याप्त विसंगतियों से सचिव महोदय को अवगत कराएगा तथा निस्तारण के लिए निवेदन किया जाएगा।
कोविड-19 जैसे संक्रमण अवधि में प्रधानाचार्य को पदोन्नति के माध्यम से स्थान परिवर्तन करना कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुकूल नहीं है।
31 अगस्त के शासनादेश द्वारा भी अधिनियम की धारा में संशोधन कर संक्रमण काल को 2 वर्ष के लिए अर्थात 30 जून 2022 तक विस्तारित किया गया है तथापि इस शासनादेश को ताक में रखकर दुर्गम क्षेत्रों में पद स्थापित किया गया है।
गंभीर रोगों से पीड़ित कर्मचारियों को तथा 55 वर्ष की आयु पूर्ण किए हुए प्रधानाचार्यो को भी पद स्थापित करते समय अनदेखा किया गया है , जबकि
इस वित्तीय वर्ष में कुछ समय पूर्व उपखंड शिक्षा अधिकारी से, खंड शिक्षा अधिकारी की पदोन्नति रिक्त पद के सापेक्ष उसी स्थान पर दिया गया है। इस प्रकार से एक ही विभाग में दोहरा मापदंड अपनाया जाना न्यायसंगत नहीं है।
प्रधानाचार्यो द्वारा उनके पूर्व में की गई दुर्गम सेवाओं की गणना नहीं की गई है।
अधिकांश प्रधानाचार्य तदर्थ रूप से प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत हैं उनका केवल मौलिक नियुक्ति/ विनियमितिकरण किया जाना था ना कि स्थानांतरण। उनके द्वारा की गई उत्कृष्ट सेवाओं को भी अनदेखा किया गया ।
बैठक में प्रांतीय अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह बिष्ट जी के साथ दोनों मंडलों के पदाधिकारी जनपद पदाधिकारी तथा अन्य सदस्य शामिल हुए। तथा प्रांतीय अध्यक्ष श्रीमती हेमंत इन ऑडियो प्रांतीय कार्यालय मंत्री राम बाबू विमल संयुक्त मंत्री प्रेमलता प्रांतीय प्रवक्ता पूनम राणा प्रांतीय संयुक्त मंत्री केके शर्मा मंडलीय मंत्री गढ़वाल बीएस दानू मंडलीय मंत्री कुमाऊं राजीव लोचन जी आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।