- स्पीड रेस्क्यू मोटर बोट से झील में किसी भी अनहोनी में मिलेगी तुरंत सहायता।
- महत्वपूर्ण झीलों, संगम, नदियों, स्नान घाटों पर पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ डीप डाइविंग टीम, जल पुलिस एवं बाढ़ राहत पीएसी दल को अत्याधुनिक आपदा उपकरणों से किया जा रहा लैस
देहरादून 20 मार्च, डीजीपी उत्तराखण्ड अशोक कुमार ने बताया कि अतिवृष्टि, बादल फटना एवं त्वरित बाढ़ की घटनाओं में एसडीआरएफ द्वारा किये जाने वाले वाले राहत एवं बचाव कार्याें को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा 1 स्पीड रेस्क्यू मोटर बोट एवं 2 रेस्क्यू मोटर बोट का क्रय किया जा रहा है। इनका का प्रयोग टिहरी झील क्षेत्र में पर्यटकों एवं स्थानीय जनता की सुरक्षा, जलीय आपदाओं में, समय-समय पर आयोजित होने वाले विभिन्न स्नान पर्वों, कांवड मेला एवं कुम्भ मेले में प्रभावी प्रतिवादन हेतु किया जा सकेगा।
स्पीड रेस्क्यू मोटर बोट की गति लगभग 20-25 नाॅटिकल मील प्रति घंटा और रेस्क्यू मोटर बोट की गति लगभग 15-20 नाॅटिकल मील प्रति घंटा है। इनसे उत्तराखण्ड पुलिस की वाटर रेस्क्यू टीमों की कार्यदक्षता में निश्चित रूप से बढ़ोतरी होगी।
इसके साथ ही महत्वपूर्ण झीलों, संगम, नदियों, स्नान घाटों पर स्थानीय लोगों, पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत तैनात उत्तराखण्ड पुलिस की एसडीआरएफ डीप डाइविंग टीम, जल पुलिस एवं बाढ़ राहत पीएसी दल को अत्याधुनिक आपदा उपकरणों से लैस किया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत उक्त टीमों के लिए लाइफ जैकट, राफ्ट, पर्सनल थ्रो बैग, स्कूबा डाइविंग सूट, फ्लोटिंग रेस्क्यूअर स्टेशन, रिचार्जेबल मोबाइल रिमोट एरिया लाइटिंग सिस्टम, ड्राई बैग, ड्राई सूट, आदि उपकरण क्रय किये जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में जल पुलिस, एसडीआरएफ डीप डाइविंग टीम, एवं बाढ़ राहत पीएसी दल आपदा सम्बन्धी उपकरणों सहित कुम्भ मेला क्षेत्र, टिहरी झील, मुनिकीरेती, देवप्रयाग, शिवपुरी, लक्ष्मणझूला, श्रीनगर, ऋषिकेश, विकासनगर, हरिद्वार, रूड़की, रूद्रप्रयाग, नैनीताल, भीमताल, रामनगर, काठगोदाम, नानकमत्ता, गुलरभोज, बनबसा, टनकपुर में तैनात हैं।
फायर सर्विस में फायर रिस्पांस टाइम सुधारने के लिए अग्निशमन एवं आपात सेवा सम्बन्धी उपकरण जैसे मिनी हाई प्रेशर पम्प, प्रोक्सीमिटी सूट, बैक पैक सेट विद वाटर मिस्ट आदि अत्याधुनिक उपकरण भी क्रय किये जा रहे हैं।