- राजाजी नेशनल पार्क से गायब बाघिन पर नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथारिटी ने स्टेट चीफ वाईल्ड लाईफ वार्डन से मांगा जवाब
देहरादून, 28 नवम्बर राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण ने उत्तराखंड के राजाजी राष्ट्रीय पार्क से गायब हुई बाघिन के बारे में जवाब मांगा है। एसिसटेंट इंसपेक्टर जनरल डा. वैभव चंद्र माथुर ने मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डा. जेएस सुहाग को पत्र लिखा है। पत्र में उनसे गायब हुई बाघिन के बारे में जानकारी मांगी गई है। इस बारे में वन व वन्यजीव प्रेमी भानु बंसल ने अथारिटी को शिकायती पत्र लिखा था।
इस बारे में राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण नेशनल (टाइगर रिजर्व अथारिटी) सहायक वन महानिरीक्षक डा. वैभव चंद्र माथुर को पत्र लिखकर गायब हुई बाघिन के बारे में जानकारी मांगी है। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक से इससमय की स्थिति व सही तथ्यों की मांग की गई है।
सेंटर फार वाइडलाईफ एंड एनवायरमेंटल लिटिगेशन फाऊंडेशन के भानु बंसल ने प्राधिकरण को राजाजी टाइगर रिजर्व से गायब हुई बाघिन के बारे में पत्र लिखा था।
राजाजी टाइगर रिजर्व के अवैतनिक प्रतिपालक राजीव तलवार का कहना है कि बाघिन के गायब हुए लंबा समय बीत गया। इसको जिस गंभीरता से लिया जाना चाहिए था वह नहीं लिया गया। इसके लिए मुख्य तौर पर फील्ड वार्डन की जिम्मेदारी बनती थी। लेकिन उनके स्तर पर वह गंभीरता नहीं दिखाई गई जिसकी आवश्यकता थी। इससे गलत संदेशगया है। अगर वह बाघिन ट्रेस हुई है तो विभाग को चाहिए कि वह सूचना को सार्वनिक करे।