देहरादून, बीते दिनों विधानसभा चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस में प्रत्याशियों के टिकट वितरण के दौरान 40 फीसद हिस्सेदारी मांग कर रही उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस में फैले असंतोष के चलते हुए प्रदेश महिला अध्यक्ष अध्यक्ष सरिता आर्य ने भाजपा का दामन थाम लिया था। ज्योति रौतेला ने लेंसडाउन तथा महानगर अध्यक्ष कमलेश रमन ने देहरादून की राजपुर सीट से अपनी दावेदारी की थी। परन्तु टिकट न मिलने पर अपना विरोध दर्ज कराया था। जिसके बाद बुधवार की देर शाम कांग्रेस आलाकमान ने डैमेज कंट्रोल करते हुए एक बड़ा फैसला लेते हुए इन नाराज 5 महिलाओं को झुनझुना पकड़ाते हुए प्रदेश पदाधिकारी बनाया है। कांग्रेस आलाकमान इस असंतोष को थामने के लिए ने बड़ा फैसला लेते हुए ज्योति रौतेला को उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है। इसके साथ ही नाराज चल रही कमलेश रमन, अलका पाल, भागीरथी बिष्ट और पहले भी वरिष्ठ उपाध्यक्ष रह चुकी आशा मनोरमा डोबरियाल समेत चार को वरिष्ठ उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि यह नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं।
ज्योति रौतेला
ज्ञात हो पिछले दिनों प्रदेश महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सरिता आर्य ने टिकट न मिलने से नाराज हो कर कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थमा था जिसके बाद से ही ऐन चुनाव से पहले उत्तराखंड प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष का पद खाली चल रहा था जिसके बाद बुधवार की देर शाम कांग्रेस हाईकमान ने नाजुक स्तिथि को भांपते हुए विधानसभा का टिकट मांग रही इन पांच महिलाओं को प्रदेश पदाधिकारी बनाया है। अब देखना है कि इस पार्टी द्वारा किये गए इस फैसले से क्या ये नाराजगी दूर हो पायेगी ये तो भविष्य ही बताएगा।
कमलेश रमन आशा मनोरमा डोबरियाल