- आईएमए में शनिवार पासिंग आउड परेड की उप सेना प्रमुख लेफ्निेट जनरल एसके सैनी ने ली सलामी
- युवा सैन्य अफसरों पर हैं बड़ी चुनौतियां : उपसेनाध्यक्ष
- शानदार मार्च पास्ट से दर्शक मंत्रमुग्ध, कैडेट्स पर हैलीकाप्टर से की गई पुष्प वर्षा
देहरादून, 12 भारतीय सैन्य अकादमी के पासिंग आऊट परेड में 147 रेगुलर कोर्स और 130 टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स के 325 भारतीय भारत की सेना का हिस्सा बने हैं। इसके साथ ही नौ मित्र देशों के 70 कैडेट अधिकारी बने।
शनिवार को चेटवुड बिल्डिंग के समक्ष ड्रिल स्कवायर में सुबह नौ बजे के बाद परेड शुरु हुई। खराब मौसम और हल्की बारिश के बावजूद कैडेट्स में गजब का जोश और उत्साह था। कैडेट्स के परिजन भी अत्यधिक प्रसन्न थे।सर्द सुबह में बारिश के बीच ‘भारत माता तेरी कसम तेरे रक्षक बनेंगे हम’, आईएमए गीत पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट्स जैसे ही ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे, लोंगों ने खड़े होकर उनका जोरदार स्वागत किया। 8 बजकर 45 मिनट पर मार्कर्स काल के साथ परेड शुरू हुई। उप सेना प्रमुख लेफ्निेट जनरल एसके सैनी ने परेड की सलामी ली।इससे पहले कंपनी सार्जेट मेजर अभिनव कुटलेरिया, सोनू शर्मा, नागवेंद्र सिंह रंधावा, अक्षत कौशल, नदीम अहमद वानी व रोहित शर्मा ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। एडवांस कॉल के साथ जेंटलमैन कैडेट्स परेड के लिए पहुंचे। परेड कमांडर माजी गिरिधर ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स की शानदार मार्च पास्ट से दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। जेंटलमैन कैडेट्स पर हैलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई। पासिंग आउट परेड में कोविड-19 गाइड का पूरा पालन किया गया है। परेड के दौरान कैडेट्स और सभी सैन्य अधिकारियों ने मास्क पहन रखे थे। हरेक मार्चिंग दस्ते में एक लाइन में कैडेट्स की संख्या आठ रखी गई थी। इस दौरान आईएमए कमांडेंट ले. जनरल हरिंदर सिंह, डिप्टी कमान्डेंट मेजर जनरल जगजीत सिंह मंगत समेत कई सैन्य अधिकारी मौजूद थे।
वतनदीप सिद्धू को स्वोर्ड ऑफ ऑनर
उप सेना प्रमुख ने कैडेट्स को ओवरऑल बेस्ट परफॉर्मेंस और अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। वतनदीप सिद्धू को स्वार्ड ऑफ ऑनर, माजी गिरिधर को स्वर्ण, निदेश सिंह यादव को रजत व शिखर थापा को कांस्य पदक मिला। तंदिन दोरजी सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ बैनर कैसिनो कंपनी को मिला।
इस मौके पर परेड के निरीक्षण अधिकारी वाइस चीफ आफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी ने कैडेट्स से अफसर बनने वाले युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय सेना दुनिया की महानतम सेनाओं में से एक है। आपने बहुत मेहनत कर भारतीय सैन्य अकादमी का प्रशिक्षण हासिल किया है। यहां प्रशिक्षण हासिल करना आसान काम नहीं है। यह दुनिया के बेहतरीन संस्थानों में से एक है। वह बोले कि आप सभी कैडेट सर्वश्रेष्ठ हैं। हर तरह के आराम और सुख छोड़कर ट्रेनिंग पाई है। उन्होने कहा कि युवा अफसरों पर नाम, नमक और निशान की जिम्मेदारी है। सेना में चरित्र का सबसे ऊंचा स्थान दिया गया है। नैतिकता और भारतीय सेना के बीच गहरा संबंध है। आप लोगों को महान मूल्यों की तरफ ध्यान देना चाहिए। क्रोध, जलन और और अहंकार का यहां कोई स्थान नहीं है।
उत्तराखंड के 24 कैडेट्स पास आउट
आईएमए से इस बार हरियाणा के 45, बिहार के 32 आंध्र प्रदेश के 6, अरुणाचल प्रदेश का एक, असम के 6, चंडीगढ़ के 4, छत्तीसगढ़ के दो, दिल्ली के 13, गुजरात के 4, हिमाचल प्रदेश के 10, जम्मू-कश्मीर के 11, झारखंड के 6, कर्नाटक के 5, केरल के 15, नेपाल के 4, मध्य प्रदेश के 12, महाराष्ट्र के 18, मणिपुर के 3, मिजोरम के 2, ओडिसा के 4, पंजाब के 15, राजस्थान के 18, तमिलनाडु के 6, तेलंगाना के 3, उत्तर प्रदेश के 50, उत्तराखंड के 24 और पश्चिम बंगाल से 6 कैडेट पास आउट हुए।