देहरादून। आज उत्तराखंड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तिरवेन्द् सिंह रावत ने अपने संसदीय क्षेत्र स्थित शहीद दुर्गामल्ल राजकीय पीजी कॉलेज डोईवाला द्वारा आयोजित “इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस” में सम्मिलित होकर विद्यार्थियों, शोधार्थियों और शिक्षकों से संवाद किया। यह सम्मेलन केवल शैक्षणिक विमर्श नहीं, बल्कि भारत की उस ज्ञान परंपरा का पुनर्स्मरण है जिसने “वसुधैव कुटुम्बकम्” के भाव को सदैव आत्मसात किया है। आज जब भारत “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य की ओर अग्रसर है, तब शिक्षा और अनुसंधान ही वह आधार हैं जो हमारे युवाओं को विश्व नेतृत्व के लिए तैयार कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं शहीद दुर्गामल्ल की प्रेरक स्मृति को नमन करता हूँ, जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व समर्पित किया। उनके नाम पर स्थापित यह संस्थान नई पीढ़ी को न केवल शिक्षा बल्कि संस्कार और देशभक्ति का भी पाठ पढ़ा रहा है। इस सम्मेलन में प्रस्तुत विचार, अनुसंधान और संवाद निश्चित रूप से हमारे शिक्षा जगत को नई दिशा देंगे और “लोकल टू ग्लोबल” की भावना को सशक्त करेंगे।