देहरादून, आने वाली 14 फरवरी को उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। 10 मार्च को बाकी चार राज्यों साथ ही उत्तराखंड के नतीजे भी सामने आएंगे। उत्तराखंड में कुल 81 लाख 43 हजार 922 वोटर्स हैं, जिनके वोट को लेकर भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) इस चुनाव में ताल ठोक रही हैं। आज तक प्रदेश में दो मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी भाजपा और कांग्रेस माना जाता है परन्तु इस बार 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी भी प्रदेश में अपनी उपस्तिथि दर्ज कराने को लालायित है वैसे तो अभी तक आप को कोई आप आधार नहीं माना जा रहा था। किन्तु कर्नल अजय कोठियाल को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने के साथ ही ‘आप’ चुनाव-2022 में पूरा जोर लगा रही है। बीते दिनों देहरादून में दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की रैली के दौरान उन्होंने जनता से फ्री बिजली, पानी समेत कई वादे जनता से किये है अब देखना यह की इन वादों के जरिये वो जनता से कितने वोट ले पाते हैं।
चुनाव-2022 में आप भी दोनों पार्टियों के वोट बैंक पर सेंध लगाने को भी तैयार है। उत्तराखंड की 13 जिलों की 70 विधानसभाओं में 14 फरवरी को मतदान होगा। इस चुनाव को लेकर तीनों पार्टियाँ अपने-अपने आंकड़ों के साथ दावे कर रही हों और जीत का दम भर रही हों। उत्तराखंड चुनाव-2022 को ले कर कई सर्वे आये हैं जिसमे कमोबेश एक जैसा यानि भाजपा व कांग्रेस की लगभग बराबर की लड़ाई बता रहे हैं और आप को एक या दो पर समेटा है। आंकलन के हिसाब से किसी भी सर्वे को नकारा नहीं जा सकता है। वहीँ उत्तराखंड चुनाव पर टाइम्स नाउ नवभारत ने सर्वे में चौंकाने वाले दावे किए हैं। सर्वे की बात मानें तो चुनाव में ‘आप’ के सक्रिय होने से कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है। ये हम अतीत में दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भी देख चुके हैं।
टाइम्स नाउ नवभारत के इस ओपिनियन पोल के मुताबिक मैदानी भागों और पहाड़ी इलाकों में बीजेपी को अच्छी सफलता मिलने की उम्मीद है। वाेटिंग प्रतिशत की बात करें तो यहां पर बीजेपी को 45.32 फीसदी वोट शेयर मिलता दिख रहा है। जबकि कांग्रेस को यहां पर 24.61 फीसदी वोट मिलता दिख रहा है और आम आदमी पार्टी को करीब 18 फीसदी मत मिलते दिख रहे हैं। जबकि अन्य राजनैतिक पार्टियों का वोटिंग प्रतिशत करीब 11.73 रहेगा। वहीं सीटों की बात करें तो भाजपा को वोटों के लिहाज से फायदा मिलता दिख रहा है। सर्वे के मुताबिक विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 44 -50 सीटें मिल सकती हैं जबकि कांग्रेस को 12-15 तथा आप को 5-8 और अन्य को 0-2 सीटें मिलने की उम्मीद है। हालंकि किसी भी सर्वे पर पूरी तरह से आंख मूंद कर विश्वास नहीं किया जा सकता है क्योंकि दोनों पार्टियों में नेताओं का आवागमन अभी भी लगातार बना हुआ है इससे भी समीकरण में अंतर भी आ सकता है।