- पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने त्रिवेन्द्र सरकार पर साधा निशाना
- कहा, 2017 में जब सत्ता छोड़कर गया था तब बेरोजगारी दर 2.5 प्रतिशत थी, आज 7.9 पहुंच गई
देहरादून, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत की ओर से आयोजित माल्टा प्रतियोगिता में कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह सहित विभिन्न राजनैतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक व ट्रेड़ यूनियन से जुडे कई दिग्गजों ने शिरकत की।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को अपने घर पर माल्टा प्रतियोगिता के साथ-साथ अन्य उत्तराखंडी व्यंजनों बिच्छू घास के पकौड़ी (कण्ड़ाली), लक्सर का गुड़ व चाय, रेशम माजरी की मटर, अमरुद, अरबी के गुटके आदि सहित कई व्यजंनों की दावत दी।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मैं जब सरकार में था तब भी मेरा फोकस स्थानीय उत्पादों, स्थानीय शिल्प और परिधान पर रहा है। जब तक हम अपने स्थानीय उत्पादों को सही पहचान नही दिला पाएंगे तो राज्य का हित नहीं है। मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति भवन तक हमारे झंगोरे की खीर पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि 2017 में जब वे सत्ता छोड़कर गये थे तो राज्य का राजस्व 19.5 प्रतिशत था। बेरोजगारी की दर 2.5 प्रतिशत थी, लेकिन आज 7.9 हो गई है। जबकि, कुछ लोग इसको 14 प्रतिशत बताते है। उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिक स्थिति कोविड़ के प्रभाव से पूर्व ही खराब हो गई थी। डब्ल इंजन का लाभ आज तक भी राज्य को नही मिल पाया है।
माल्टा खाओ प्रतियोगिता में कुल 29 प्रतियोगियों ने प्रतिभाग किया। पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान पर रहे शिवाजी तिवारी तीन मिनट में 46, द्वितीय स्थान पर रहे पंकज तीन मिनट में 33 माल्टा और तृतीय स्थान पर रहे दिवाकर ने तीन मिनट में 32 माल्टा खाए।
महिला वर्ग में प्रथम मीना बिष्ट व उर्मिला ने तीन मिनट में 26, द्वितीय रेखा डिंगरा ने तीन मिनट में 25 और तृतीय जसबीर कौर तीन मिनट में 18 माल्टा खाए।
माल्टा प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, विधायक मनोज रावत, पूर्व विधायक राजकुमार, प्रभुलाल बहुगुणा, मनमोहन मल्ल, नरेन्द्र सिंह बिन्द्रा, जोत सिंह बिष्ट, सतपाल ब्रहमचारी और गोदावरी थापा थापली आदि ने पुरस्कृत किया। गयिका प्रिंयका मेहरा ने अपनी गायिकी से भी शमा बांधा