- सीमांत जनपद चमोली से शुरु की गई एयर एंबुलेंस सेवा
- स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
- मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला अस्पताल गोपेश्वर में भर्ती 6 मरीजों में से 3 मरीजों को रेफर कर हेली एंबुलेंस से देहरादून भेजा गया।
देहरादून 22 अक्टूबर, आज शुक्रवार को राज्य सरकार ने सूबे के दूर दराज क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती देते हुए एयर एंबुलेंस सेवा की सौगात दी है। राज्य के सीमांत जनपद चमोली से एयर एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ आज कर दिया गया है। इससे पर्वतीय इलाकों के गरीब व आम मरीजों को समय रहते स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।
यह जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने त्वरित कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया। डॉ रावत ने कहा कि राज्य सरकार प्राथमिकता के आधार पर सूबे में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने में जुटी है। उन्होंने कहा कि राज्य के दूर-दराज क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में आज सीमांत जनपद चमोली से एयर एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ कर दिया गया है। एयर एम्बुलेंस के जरिये अब दूरदराज गांवों और दुर्गम क्षेत्रों के गरीबों एवं आम मरीजों को एयरलिफ्ट कर अच्छे एवं सुविधाजनक अस्पतालों में पहुंचाया जा सकेगा। डॉ रावत ने एयर एंबुलेंस सेवा शुरू करने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने दूर-दराज क्षेत्रों के लोगों की पीड़ा समझते हुए उन्हें इस सुविधा का लाभ पहुंचाया। उन्होंने कहा कि एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू होने पर पहले ही दिन मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला अस्पताल में भर्ती मैठाणा गांव के 6 मरीजों में से 3 मरीजों को रेफर कर देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल भेजा गया। जो कि गैस सिलेण्डर फटने के कारण बुरी तरह झुलस गए थे। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड स्वास्थ्य सेवाओं में पहली बार ऐसा हुआ है कि आम मरीजों को एयर एंबुलेंस की सुविधा मिली है और भविष्य में आम लोगों को इसका लाभ मिलता रहेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जिला अस्पताल गोपेश्वर में भर्ती जलने से घायल तीन लोगों को हेली एम्बुलेंस द्वारा देहरादून लाकर कोरोनेशन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
आज मुख्यमंत्री आपदा ग्रस्त क्षेत्रों के निरीक्षण व आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए चमोली व पौङी जिलों के दौरे पर थे। मुख्यमंत्री शुक्रवार को चमोली में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल जान रहे थे। अस्पताल में मैठाणा गांव के 6 मरीज भर्ती थे जो गैस सिलेण्डर फटने के कारण बुरी तरह झुलस गए थे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए थे कि 30 प्रतिशत से अधिक बर्न मरीजों को तत्काल हेली एंबुलेंस से आज ही कोरोनेशन हॉस्पिटल देहरादून भेजा जाए।
कैलाश पुत्र कृपाल लाल उम्र 35 वर्ष तथा प्रिन्स कुमार पुत्र विजेन्द्र उम 29 वर्ष के घर पर गैस सिलेण्डर की आग में 30 प्रतिशत से अधिक बर्न हुए है। जबकि दृष्टि पुत्री विजेन्द्र कुमार उम्र 18 वर्ष जो की गर्भवती होने के साथ बर्न भी हुई है। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए आज रेफर किया गया और हेली एम्बुलेंस द्वारा देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया।