देहरादून, भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) की पासिंग आउट परेड निर्धारित समय पर ही आयोजित हुई। रिव्यूइंग अफसर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जेंटलमैन कैडेट्स की सलामी ली। आज भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग भरते ही 319 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए, जिनमें से 319 बतौर अफसर भारतीय सेना से जुड़े। 11 दिसम्बर के दिन आईएमए देहरादून में 149 रेगुलर कोर्स और 132 टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स के कुल 387 जेंटलमैन कैडेट्स आज पासआउट हुए। इनमें 319 भारतीय सेना में शामिल होंगे। 10 मित्र देशों के 68 जेंटलमैन कैडेट्स शामिल हैं। भारत माता तेरी कसम तेरे रक्षक बनेंगे हम, आइएमए गीत पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे तो लगा कि विशाल सागर उमड़ आया है। एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने दर्शक दीर्घा में बैठे हरेक शख्स के भीतर ऊर्जा का संचार कर रहे थे।ज्ञात हो कि आईएमए में कोरोनाकाल में यह चौथी पासिंग आउट परेड हुई है। इस साल जून में आयोजित पीओपी में परिजन शामिल नहीं हो पाए थे। इस बार परिजन भी परेड में शामिल हुए। उन्हें परेड के बाद अपने बेटों के कन्धों पर स्टार सजाने का मौका मिला। हालांकि सीडीएस जनरल बिपिन रावत तथा अन्य सैन्य अधिकारीयों की निधन के चलते इस बार कार्यक्रम के आयोजनों को लाइड एंड साउंड समेत कई इवेंट रद किया गया। भारतीय सैन्य अकादमी ने अपने बहादुर पूर्व कैडेट जनरल बिपिन रावत, पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को श्रद्धांजलि दी।

आज शनिवार सुबह आठ बजकर 50 मिनट पर मारकर्स काल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी सार्जेट मेजर प्रफुल्ल शर्मा,धनंजय शर्मा,अमित यादव,जय मेरवाड,आश्य ठाकुर,प्रद्युमन शर्मा,आदित्य जानेकर व कर्मवीर सिंह ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। आठ बजकर 55 मिनट पर एडवांस कल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढाते परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर अनमोल गुरुंग ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स के शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठे परिजन समेत हर एक शख्स मंत्रमुग्ध हो गया।
राष्ट्रपति ने कैडेटों को ओवरआल बेस्ट परफार्मेंस व अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। अनमोल गुरुंग को स्वार्ड आफ आनर एवं स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।जबकि तुषार सपरा को रजत व आयुष रंजन को कांस्य पदक मिला। कुणाल चौबीसा ने सिल्वर मेडल (टीजी) हासिल किया। विदेशी जीसी से मेरिट के क्रम में पहले स्थान पर रहने वाले जेंटलमैन कैडेट के लिए बांग्लादेश पदक सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट सांगे फेनडेन दोरजी (भूटान) को प्रदान किया गया। इस पदक और बांग्लादेश ट्रॉफी की स्थापना इसी कार्यकाल से स्वर्णिम विजय वर्ष की स्मृति में की गई है। चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर केरेन कंपनी को प्रदान किया गया। 
आज जेंटलमैन कैडेटों के लिए सम्मान की बात थी कि भारत के माननीय राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द परेड के समीक्षा अधिकारी के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने आईएमए में सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने पर जेंटलमैन कैडेटों को बधाई दी। उन्होंने उत्कृष्ट परेड के लिए प्रशिक्षकों और जेंटलमैन कैडेटों की भी सराहना की, साथ ही साथ कुरकुरा, समन्वित ड्रिल आंदोलनों के लिए युवा नेताओं द्वारा आत्मसात किए गए प्रशिक्षण और अनुशासन के उच्च मानकों का संकेत दिया।
भारत के माननीय राष्ट्रपति ने विदेशी जेंटलमैन कैडेटों को बधाई दी और कहा, “हम अपने राष्ट्रों के बीच विशेष बंधन को संजोते हैं, और ऐसे अच्छे अधिकारियों और सज्जनों को प्रशिक्षित करना भारत के लिए बहुत गर्व की बात है। मैं सकारात्मक हूं कि आप आईएमए में अपने प्रशिक्षण के दौरान अपने सहयोगियों और प्रशिक्षकों के साथ बने अद्वितीय संबंधों को बनाए रखेंगे। आईएमए को अपनी समृद्ध विरासत और अपने बहादुर पूर्व छात्रों की वीरता और बलिदान की गाथा पर गर्व है। पासिंग आउट कोर्स को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी में प्रगति अक्सर सैन्य गतिशीलता से प्रेरित होती है और उस आधुनिक सैन्य नेता को इस तकनीकी बहाव को अपनाना चाहिए और पुरुषों और मशीनों के बीच आवश्यक सहज तालमेल को समझना चाहिए।
पासिंग आउट परेड में उत्तराखंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे। इससे पहले अकादमी युद्ध स्मारक पर एक पुष्पांजलि अर्पित की जिन्होंने वर्षों से राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया है। सभी प्रशिक्षुओं ने उसी वीरता और निस्वार्थ साहस के पथ पर चलने के लिए स्वयं को प्रतिबद्ध किया। आरट्रैक कमांडर ले जनरल राज शुक्ला,आइएमए कमान्डेंट ले जनरल हरिंदर सिंह,डिप्टी कमान्डेंट मेजर जनरल आलोक जोशी समेत कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद थे।




