हरिद्वार, पुलिस महानिरीक्षक, कुम्भ मेला संजय गुंज्याल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला जन्मजेय खंडूरी ने रविवार को मेला नियंत्रण भवन के सभागार में कुंभ मेला ड्यूटी के लिए प्रथम चरण में आए पुलिस बल की बैठक ली। दोनों अधिकारियों ने पुलिस बल को कुम्भ मेला के सकुशल एवं निर्विघ्न आयोजन के टिप्स दिए। बैठक में उपनिरीक्षक से लेकर अपर पुलिस अधीक्षक स्तर तक के अधिकारी सम्मिलित हुए।
पुलिस बल को दिए महत्पूर्ण टिप्स
1. मेला क्षेत्र में लगे हुए सीसीटीवी कैमरों और लाउडस्पीकरों के स्थानों की उपयोगिता की जांच करें।
2. मेला क्षेत्र में हुए अतिक्रमण को चिन्हित करें। भीड़ नियंत्रण की दृष्टि से जिन स्थानों से अतिक्रमण हटना जरुरी हो, ऐसे संवेदनशील स्थानो का चिन्हीकरण करें।
3. अखाड़ों के पेशवाई मार्गों का भ्रमण तथा निरीक्षण कर मार्ग में हुए अतिक्रमण और अन्य बाधाओं के संबंध में जानकारी लें।
4. शाही स्नान में अखाड़ों के आने और वापसी के मार्गों का भ्रमण और निरीक्षण करते हुए सुव्यवस्थित एवं निर्विघ्न शाही स्नान सुनिश्चित करने वाली योजना बनाएं।
5. अपने-अपने क्षेत्रों में स्थापित अखाड़ों की छावनियों, निवास स्थलों, मुख्यालयों के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त करें तथा अखाड़ों के पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित करें।
6. स्थानीय जनपद पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करएक टीम की भांति कार्य करें।
7. कुम्भ मेलों एवं अन्य मेलों के दौरान हुई दुर्घटनाओं की जानकारी प्राप्त कर दुर्घटना की पुनरावृत्ति रोकने की कार्य योजना बनाएं।
8. मेला क्षेत्र में रहने वाले किराएदारों, नौकरों, बाहरी व्यक्तियों के चरित्र सत्यापन के लिए अभियान चलाएं।
9. अभिसूचना एवम मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए आतंकवादी घटनाओं को रोकने एवं किसी भी आतंकवादी तंत्र को ध्वस्त करने के लिए कारगर योजना बनाएं।
10. मेले के दौरान भगदड़ सम्भावित क्षेत्रों का चिन्हिकरण कर कार्ययोजना बनाएं।
11. पार्किंग क्षेत्रों का भ्रमण कर की जाने वाली अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त करें।
12. पूर्व मेलों के अनुभवों के आधार पर होल्डअप्स (चक्रव्यूह ) के चयनित स्थलों एवं उनके तैयार किए गए डिजाइनों का मौके पर जाकर निरीक्षण करें ताकि मेले के दौरान होल्ड अप्स के संचालन में कोई व्यवधान उतपन्न न हो।
13. सामान्य एवं स्नान दिवस के अनुसार अलग-अलग वाहन एवम पैदल यातायात व्यवस्था तैयार करें।
14. मेला क्षेत्र के विभिन्न घाटों, वाहन/पैदल मार्गों, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में आवश्यक चेतावनी बोर्डों की जगहों का चिन्हिकरण करें।
15. अनुभवी पुलिस कर्मियों से विचार-विमर्श करें।
16. हरिद्वार की पवित्रता और सुचिता को ध्यान में रखते हुए उच्चकोटि का आचार, विचार और व्यवहार करें।
17. कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए कार्य योजनाएं बनाएं।