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Sunday, June 22, 2025

राज्यपाल ले.जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने देश के पहले गोर्खाली कम्युनिटी रेडियो स्टेशन ‘‘घाम छाया’’ का उद्घाटन किया

देहरादून 20 अक्टूबर, राज्यपाल ले.जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार को गोर्खाली सुधार सभा, गढ़ी कैन्ट देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में देश के पहले गोर्खाली कम्युनिटी रेडियो स्टेशन ‘‘घाम छाया’’ का उद्घाटन किया। ज्ञातव्य है कि यह रेडियो स्टेशन देशभर में 90.0 एफएम पर सुना जा सकेगा। गूगल प्ले स्टोर से घाम छाया का एप भी डाउनलॉड किया जा सकता है। रेडियो स्टेशन का समय प्रातः 7 बजे से 11 बजे तथा सांय 5 बजे से 9 बजे तक रहेगा।

गोरखा सामुदायिक रेडियो स्टेशन के रूप में रेडियो घाम छाया, पत्रकार, लेखिका और सेवानिवृत्त सेफ्टिनेंट जनरल शक्ति गुरुंग की पत्नी श्रीमती मधु गुरुंग के दिमाग की उपज थी, जिन्होंने ब्रिगेडियर पी एस गुरूंग द्वारा अपने शहीद बेटे की याद में स्थापित शहीद लेफ्टिनेंट गौतम गुरुंग ट्रस्ट के तत्वावधान में रेडियो स्टेशन की स्थापना की थी।

रेडियो स्टेशन को ओएनजीसी से प्राप्त कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) सहायता द्वारा वित्त पोषित किया गया है। पहले से ही टीम घाम छाया आध्यात्मिक, वीर गाथाओं, महिलाओं और स्वास्थ्य, बाल कल्याण, करियर परामर्श, नेपाली लेखकों और उनके कार्यों के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में गोरखाओं के योगदान को प्रदर्शित करने वाले असंख्य कार्यक्रमों को बनाने के लिए लगन से काम कर रही है। स्टेशन को गोरखा समुदाय द्वारा अपनी आवाज़’ के रूप में देखा जाता है और इसका उद्देश्य नेपाली भाषा, संस्कृति, विरासत, इतिहास और गोरखाओं के पुराने लोकगीत और गीतों को संरक्षित करना है, जो अब तक कभी नहीं किया गया है।

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रेडियो घाम छाया में महिला सशक्तिकरण, बालिका, युवा सशक्तिकरण, सामाजिक विकास, करियर परामर्श, वीर गाथा, नेपाली लेखक और उनके काम से लेकर कार्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है. साथ ही राष्ट्र निर्माण में गोरखाओं के योगदान को प्रदर्शित करता है। रेडियो घाम छाया का उद्देश्य अंग्रेजी और हिंदी के अलावा राज्य की अन्य भाषाओं जैसे गढ़वाली, कुमाऊंनी, जौनसारी में प्रसारित करना है।

कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर राज्यपाल का स्वागत शहीद लेफ्टिनेंट गौतम गुरुंग ट्रस्ट के अध्यक्ष ब्रिगेडियर पीएस गुरुंग, मधु गुरुंग और गोरखाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा ने किया, राज्यपाल को सबसे पहले गोर्खाली सुधार सभा के प्रथम तल पर स्थित BECIL द्वारा निर्मित दो उच्च तकनीक स्टूडियो का उद्घाटन किया  उसके पश्चात राज्यपाल से गोरखा समुदाय के लिए एक संक्षिप्त संदेश रिकॉर्ड करने का अनुरोध किया गया, जिसमें उन्होंने रेडियो स्टेशन की सफलता और खुशखबरी की कामना की।

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कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि देश का पहला गोर्खाली कम्युनिटी स्टेशन ‘‘घाम छाया’’ उत्तराखण्ड तथा देशभर में रहने वाले गोर्खाली समुदाय को एकता के सूत्र में बांधने के साथ ही उनकी समृद्धशाली संस्कृति, परम्पराओं, भाषा, विरासत के संरक्षण में प्रभावी भूमिका निभाएगा। विश्वास है कि  ‘‘रेडियो स्टेशन घाम-छाया गोर्खाली लोगों की आवाज बनेगा’’  और  ‘‘उनकी कहानियाँ’’ न केवल गोर्खाली समुदाय बल्कि पूरी दुनिया सुन पाएगी।
राज्यपाल ने कहा कि आज का समय ‘‘मीडिया तथा सोशल मीडिया’’ का है। फिर भी बहुत से ऐसे लोग है जिनकी पहुंच मुख्यधारा की मीडिया तक नही है। यह कम्युनिटी रेडियो स्टेशन ‘‘ऐसे कमजोर लोगों’’ की आवाज बन सकता है। ‘‘उनकी समस्याओं और मुद्दों’’ को प्रभावी ढंग से उठा सकता है।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि कम्युनिटी रेडियो सही मायने में ग्रासरूट लेवल पर डेमोक्रेटिक मीडिया  का सुन्दर उदाहरण है। कम्युनिटी रेडियो स्टेशन एक कम्युनिटी के साथ ही उस समुदाय की महिलाओं, बालिकाओं तथा युवाओं को भी सशक्त करता है। यह बच्चों में ‘‘राष्ट्रीयता की भावना’’ को मजबूत करने तथा ‘‘राष्ट्र निर्माण’’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यह कम्युनिटी बेस्ड डेवलपमेंट को बढ़ावा देगा।
राज्यपाल सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड एक ऐसा राज्य है जहाँ कम्युनिटी रेडियो के कार्यक्रमों ने समाज को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मेरा मानना है कि राज्य में विकास का रोडमैप राज्य की सुन्दर संस्कृति, अनूठी परम्पराओं, विरासत तथा आपसी सद्भाव पर आधारित होना चाहिये। राज्य में कम्युनिटी रेडियो स्टेशन दूरस्थ पर्वतीय गांवों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि एक रेडियो स्टेशन तभी बेहतरीन काम कर सकता है जब उसे समुदाय द्वारा अपनी सम्पति माना जाता है। यह पूरे समुदाय का उत्तरदायित्व बन जाता है कि इस रेडियो स्टेशन को हर प्रकार से सहयोग दे।
राज्यपाल सिंह ने कहा कि गोर्खाली समुदाय का देश के विकास विशेषकर रक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। गोरखा सैनिक लड़ाई के मैदान में अपनी वीरता तथा साहस के लिये जाने जाते हैं। हमें महावीर चक्र प्राप्त करने वाले सैनिक महावीर थापा, कैप्टन के एस थापा तथा परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले कर्नल धन सिंह थापा जैसे वीर गोर्खाली सैनिकों पर गर्व है। मुझे गोरखा बटालियनों के साथ काम करने के कई अवसर मिले। मेरी पलटन में गोरखा सैनिक थे। मुझे गोरखा सैनिकों की ‘‘ईमानदारी, लगन, निष्ठा तथा समर्पण’’ ने अत्यन्त प्रभावित किया। आज भारतीय सेना में 39 सबसे बेहतरीन  इन्फेन्ट्री बटालियन गोरखा सैनिकों की हैं। हमें आप पर ‘‘गर्व’’ है।

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि घाम छाया रेडियो स्टेशन गोर्खाली समुदाय की संस्कृति के संरक्षण में मील का पत्थर सिद्ध होगा। सरकार राज्य में पांचवा धाम सैन्यधाम बनाने जा रही हैं। 1724 शहीदो के परिवारों को चिहिन्त किया गया है, जिनके घरों की पवित्र मिटटी सैन्यधाम के लिये लायी जाएगी।  सेना में प्रत्येक पांचवा सैनिक उत्तराखण्डी है।
इस अवसर पर ले.जनरल शक्ति गुरंग, ले.जनरल राम सिंह प्रधान, बिग्रेडियर पी एस गुरूंग, कैप्टन पदम सिंह थापा, गोर्खाली सुधार सभा की अध्यक्ष मधु गुरूंग, ओएनजीसी सीएसआर हेड विजय राज तथा अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

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