देहरादून 20 फरवरी, उत्तराखण्डी लोक कलाकारों द्वारा गाँधी पार्क, देहरादून में अपनी 10 सूत्रीय मांगो को लेकर एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया, अगर मांगे नहीं मानी गई तो कलाकार धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएगें l
10 सूत्रीय मांगे मुख्य रूप से इस प्रकार है -: लोक कलाकारों का वर्ष 2019-20 तक के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का पूर्ण भुगतान अभी तक भी नहीं हुआ है जो कि तुरंत किया जाए, भारतवर्ष में किसी भी राज्य में सांस्कृतिक दलों से जीएसटी नहीं लिया जाता है जबकि हमारे राज्य में सांस्कृतिक दलों पर जीएसटी सौंपा गया है। उत्तराखंड राज्य की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए सांस्कृतिक आयोजन में जाने वाले कलाकारों के बिलो का भुगतान पूर्व की भांति किया जाए, सांस्कृतिक विभाग कलाकार कल्याण कोष से कलाकार की आर्थिक स्थिति खराब होने पर तुरंत आर्थिक सहायता की जाए, सांस्कृतिक दलों को स्थानीय कार्यक्रमों में 1 दिन का दैनिक भत्ता दिया जाए, सांस्कृतिक विभाग कल्याण कोष समिति में संस्कृति विभाग में पंजीकृत कलाकारों से ही सदस्य बनाए जाए, कलाकारों का पहचान पत्र पूर्व की भांति बनाए जाए , सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भुगतान सांस्कृतिक कार्यक्रम के बिल जमा होने के 1 महीने के अंदर किया जाए, सांस्कृतिक विभाग में संस्कृतिक सलाहकार का चयन यथाशीघ्र किया जाए, सांस्कृतिक विभाग में रणमंडल सहयोग का पद शीघ्र भरा जाए।
उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगों पर 15 दिन तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई तो हम सभी कलाकारों को अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का बहिष्कार करते हुए उत्तराखंड सरकार के संस्कृति मंत्री के कलाकार विरोधी रवैया के खिलाफ आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
इस अवसर पर सुरेन्द्र राणा, दुर्गा सागर, पूजा शाह, पूनम सत्ती, सुषमा व्यास, अंजू बिष्ट , रजनी नेगी, हेमन्त बुटोला, ज्योति, मुकेश शर्मा आदि उपस्थित थे l