- रेजिमेंटल सेंटरों में ब्रांच रिक्रूटिंग कार्यालय (बीआरओ) नहीं होने के कारण भर्ती सारणी में आती हैं दिक्कतें
- गढ़वाल राईफल्स सेंटर लैंसडाउन और कुमांऊ रेजिमेंटल सेंटर रानीखेत में बीआरओ की स्थापना की जाए ताकि यहाँ के युवाओं को इससे लाभ मिल सके: विधायक जोशी
- गोरखा रेजिमेंट की भर्ती वर्ष में एक बार देहरादून में करवाई जाये
देहरादून 13 फरवरी : शनिवार को नई दिल्ली में विधायक गणेश जोशी ने चीफ ऑफ डिफेन्स स्टॉफ जनरल विपिन रावत से मुलाकात की और उत्तराखण्ड के सैन्य सम्बन्धी मुद्दों पर वार्तालाभ की।
विधायक जोशी ने सीडीएस को बताया कि रेजिमेंटल सेंटरों में ब्रांच रिक्रूटिंग कार्यालय (बीआरओ) नहीं होने के कारण भर्ती सारणी में दिक्कतें आती हैं जबकि उत्तराखण्ड का प्रत्येक युवा देश सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहता है। उन्होनें कहा कि कुमांऊ रेजिमेंटल सेंटर रानीखेत एवं गढ़वाल राईफल्स सेंटर लेंसडाउन में बीआरओ की स्थापना की जाए ताकि युवाओं को इससे लाभ मिल सके। विधायक जोशी ने सीडीएस को प्रादेशिक सेना (टैरिटोरियल आर्मी) के सम्बन्ध में अवगत कराया कि इसकी स्थापना गढ़वाल क्षेत्र के लिए हुई थी किन्तु यह वर्तमान में कोलकाता, राजस्थान जैसे अन्य राज्यों में भी सेवाऐं दे रही है जबकि उत्तराखण्ड राज्य चीन एवं नेपाल से अर्न्तराष्ट्रीय सीमा जोड़ता है इसलिए टीए को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में लगाया जाए। इसके अतिरिक्त, विधायक जोशी ने गोरखा रेजिमेंट की भर्ती वर्ष में एक बार देहरादून में करवाने के लिए भी सीडीएस से आग्रह किया।
सीडीएस जनरल विपिन रावत ने विधायक जोशी को आश्वस्त किया है कि कुमांऊ एवं गढ़वाल रेजीमेंट सेंटरों में बीआरओ की स्थापना, प्रादेशिक बटालियन को राज्य की अर्न्तराष्ट्रीय सीमाओं पर लगाने सहित देहरादून में गोरखा भर्ती करवायी जाऐगी। इस अवसर पर राज्यमंत्री चौधरी अजीत सिंह भी उपस्थित रहे।