पिथौरागढ़। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी त्रिलोक सिंह पांगती राजकीय इंटर कॉलेज, मुनस्यारी में आज जिलाधिकारी विनोद गिरि गोस्वामी ने पहुंचकर छात्र-छात्राओं के साथ संवाद किया। उन्होंने अध्यापकों से विद्यालय में हो रही समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक योजनाओं एवं जीवनशैली संबंधी सलाह दी। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी द्वारा विकास खंड मुनस्यारी के अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज, मुनस्यारी का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी सुबह प्रार्थना सभा से पूर्व विद्यालय पहुंचे और छात्र-छात्राओं के साथ प्रार्थना सभा में शामिल हुए। इसके उपरांत उन्होंने कक्षा-कक्षों, डिजिटल एवं वर्चुअल क्लास, पुस्तकालय, और प्रयोगशाला का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी गोस्वामी ने प्रार्थना सभा के दौरान छात्रों से सीधा संवाद किया और उन्हें शिक्षा, अनुशासन तथा आत्मविश्वास के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने लक्ष्यों की स्पष्ट योजना बनानी चाहिए, जिसमें कड़ी मेहनत, स्वस्थ जीवनशैली तथा सामाजिक जिम्मेदारियों का समावेश हो। छात्रों के बीच इस कार्यक्रम को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। “जिलाधिकारी का विद्यालय आगमन हमारे लिए प्रेरणादायक एवं उत्साहवर्धक है। यह हमारे भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।”
खण्ड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्थापना के बाद यह पहला अवसर है जब किसी जिलाधिकारी ने प्रार्थना सभा में शामिल होकर छात्रों से प्रत्यक्ष संवाद किया है। उन्होंने इसे विद्यालय के लिए गौरव का विषय बताते हुए कहा, “यह कार्यक्रम न केवल छात्रों के मनोबल को बढ़ाएगा, बल्कि प्रशासनिक स्तर पर विद्यालय की समस्याओं के समाधान में भी सहायक सिद्ध होगा।”
जिलाधिकारी ने अध्यापकों को निर्देश दिए कि विद्यालय की बुनियादी सुविधाओं, जैसे कक्षा कक्षों, पुस्तकालय एवं खेल मैदान के उन्नयन पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन इन मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई करेगा।
यह कार्यक्रम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के दूरस्थ क्षेत्र मुनस्यारी में शिक्षा के प्रचार-प्रसार एवं छात्रों के समग्र विकास के दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है। जिलाधिकारी ने विभिन्न कक्षों में जाकर छात्र-छात्राओं से संवाद किया और उन्हें अपने लक्ष्यों के प्रति अनुशासित रहने, नियमित अध्ययन करने, तथा बदलती परिस्थितियों के अनुरूप तकनीकी ज्ञान और कौशल अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने शिक्षण काल के अनुभव भी साझा किए। विद्यालय प्रबंधन और अभिभावकों द्वारा विद्यालय के सुदृढीकरण हेतु की गई मांगों पर जिलाधिकारी ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने विद्यालय में दो स्मार्ट क्लास स्थापित करने और पुस्तकालय के नवीनीकरण के लिए प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित करने के निर्देश दिए। विद्यालय प्रशासन, अभिभावकों, और क्षेत्रीय प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी की इस पहल की सराहना की और उनका धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 1960 के बाद यह पहला अवसर है जब कोई जिलाधिकारी प्रार्थना सभा से पूर्व विद्यालय पहुंचे।विद्यालय में कुल 406 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। इस अवसर पर अभिभावक, क्षेत्रीय प्रतिनिधि, जनपद स्तरीय अधिकारीगण, और खंड शिक्षा अधिकारी, मुनस्यारी भी उपस्थित थे।