चम्पावत 13 दिसम्बर। लोहाघाट के मंगोली क्षेत्र में गुलदार की सक्रियता के बीच जिलाधिकारी मनीष कुमार ने ग्रामीणों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए वन विभाग को पिंजरे लगाने, ट्रैप कैमरों से निगरानी बढ़ाने और दिन रात गश्त सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। इसी बीच जिलाधिकारी देर रात स्वयं मंगोली पहुँचे और अंधेरे व ठंड के बावजूद मौके पर जाकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने न केवल वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरों और कैमरा ट्रैप की स्थिति देखी, बल्कि टीमों के साथ रात्रि गश्त में भी शामिल होकर क्षेत्र का निरीक्षण किया और गुलदार की हालिया गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी ली। जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि मजबूत पिंजरे लगाए जाएँ, रात में गश्त की तीव्रता और दायरा बढ़ाया जाए, कैमरा ट्रैप की संख्या बढ़ाकर गुलदार की वास्तविक समय पर निगरानी की जाए और टीमें लगातार गांव तथा आसपास के इलाकों में तैनात रहें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ग्रामीणों की सुरक्षा से बड़ा कोई कार्य नहीं है और प्रशासन हर स्थिति में उनके साथ खड़ा है। एसडीओ फॉरेस्ट श्री सुनील कुमार ने बताया कि मंगोली क्षेत्र में 10 ट्रैप कैमरे और 2 पिंजरे लगाए गए हैं तथा वन विभाग की टीमें लगातार गश्त कर गुलदार की गतिविधियों को ट्रैक कर रही हैं। इसी प्रकार गुलदार की सक्रियता दिखाई देने पर बराकोट के धरगड़ा में भी सुरक्षा प्रबंध मजबूत किए गए हैं। जिलाधिकारी की देर रात अचानक उपस्थिति से ग्रामीणों में भरोसा बढ़ा है और प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि गुलदार की सक्रियता को रोकने और ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु सभी जरूरी कदम युद्धस्तर पर उठाए जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान एसडीओ फॉरेस्ट श्री सुनील कुमार, अधिशासी अभियंता लोनिवो श्री हितेश कांडपाल, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी श्री दीप्तकीर्ति तिवारी, डीओ पीआरडी श्री जसवंत खड़ायत सहित वन विभाग के अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।




