- राजनैतिक प्रतिशोध और द्वेष की भावना से सरकारी ऐजेंसियों के दुरूपयोग पर कांग्रेस ने किया राजभवन का घेराव।
- महामहिम राज्यपाल के माध्यम से सौंपा राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन
देहरादून 16 जून, कांग्रेस पार्टी द्वारा दिल्ली में केन्द्र सरकार के इशारे पर हुई बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के विरोध में आज देशभर में भाजपा सरकार के खिलफ विरोध-प्रदर्शन के साथ राजभवनों का घेराव किया गया।
इसी कार्यक्रम के तहत देहरादून में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने विशाल प्रदर्शन करते हुए राजभवन का घेराव किया तथा राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में एकत्र हुए जहां से कांग्रेसजनों ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में मार्च निकालते हुए राजभवन की ओर कूच किया। हाथीबडकला बैरिकेटिंग पर पुलिस द्वारा कांग्रेसजनों को रोकते हुए गिरफतार कर पुलिस लाईन ले जाया गया।
राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन में कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केन्द्र की वर्तमान सरकार द्वारा राजनैतिक प्रतिशोध और द्वेष की भावना से प्रेरित होकर सरकारी ऐजेंसियों का दुरूपयोग करते हुए विपक्षी दल के नेताओं का उत्पीडन किया जा रहा है जिसकी कांग्रेस पार्टी घोर निन्दा करती है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई इसी बात का द्योतक है।
कांग्रेसजनों ने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और हमारे नेतृत्व का इरादा स्पष्ट रूप से यह सुनिश्चित करने का है कि नेशनल हेराल्ड, जो कांग्रेस पार्टी की विरासत का प्रतीक है, उसके मूल्य हमेशा जीवित रहें और हमारे आदर्शों और सिद्धांतों को व्यक्त करने में नेशनल हेराल्ड हमारी आवाज बना रहे। कांग्रेसजनों ने कहा कि यह सत्य की लड़ाई है। सत्य की हमेशा विजय हुई है और इस बार भी होगी। राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व इस ‘अग्निपरीक्षा’ से और ओजस्वी होकर उभरेंगे।
कांग्रेस पार्टी से राजनैतिक प्रतिशोध और द्वेष की भावना से प्रेरित होकर सरकारी ऐजेंसियों का दुरूपयोग करते हुए केन्द्र सरकार के इशारे पर प्रवर्तन निदेशालय के माध्यम से राहुल गांधी जी एवं अन्य विपक्षी नेताओं का उत्पीडन किये जाने की कडे शब्दो में निन्दा करती है तथा महामहिम राष्ट्रपति से अपेक्षा करती है कि देश के संवैधानिक संरक्षक होने के नाते नेशनल हेराल्ड मामले में हस्तक्षेप करते हुए केन्द्र सरकार को सत्ता का दुरूपयोग रोकने हेतु उचित दिशा-निर्देश जारी करेंगे।
प्रदर्शन करने वालों में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापडी, विधायक आदेश चौहान, रवि बहादुर, अनुपमा रावत, सुमित हृदयेश, पूर्व मंत्री नवप्रभात, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, मनोज रावत, राजकुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रशासन संगठन मथुरादत्त जोशी, प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि, प्रदेश कोषाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, धीरेन्द्र प्रताप, संजय पालीवाल, महामंत्री गोदावरी थापली, राजेन्द्र शाह, नवीन जोशी, अनुपम शर्मा, याकूब सिद्धिकी, राजपाल खरोला, सुरेन्द्र कुमार, गढवाल मण्डल मीडिया प्रभारी गरिमा दसौनी, पूर्व मंत्री अजय सिंह, जयेन्द्र रमोला, मनीष नागपाल, पी.के. अग्रवाल, राजेन्द्र भण्डारी, युवा अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, मोहन भण्डारी, डाॅ जसविन्दर सिंह गोगी, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, जिलाध्यक्ष संजय किशोर, अश्विनी बहुगुणा, प्रदेश सचिव शांति रावत, धर्म सिंह पंवार, प्रणीता बडोनी, सुशील राठी, नजमा खान, मनमोहन मल्ल, महन्त विनय सारस्वत, अमन गर्ग, दीप बोहरा, संदीप चमोली, राकेश नेगी, मनीष शर्मा, ललित मोहन मिश्रा, पायल बहल, ईशा त्यागी, यामीन अंसारी, कपिल भाटिया, उर्मिला थापा, अमरजीत सिंह, सुशील राठी, नजमा खान, प्रदीप जोशी, विशाल मौर्य, रितेश क्षेत्री, आशीश सैनी, शैलेन्द्र करगेती, राॅबिन त्यागी, विकास नेगी, देवेश उनियाल, आयुश सेमवाल, सुमित खन्ना, राहुल प्रताप, शुभम चैहान, पिंटू मौर्य, शिवम ध्यानी, अभिमन्यु डंगवाल, जगदेव सिंह शेखों, मोहन काला, शिवा वर्मा, रामसिंह बघेल, टिवंकल अरोड़ा, अकरम कुरैशी, संजय सैनी, मगन, मंगू राम, भूपेन्द्र नेगी, अंजली, कविता माही, गुलफान जान आदि शामिल थे।