देहरादून/ लोहाघाट, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, शुक्रवार को चंपावत जिले के विभिन्न कार्यक्रमों में दिन भर की व्यस्तता के बाद लोहाघाट में वन आच्छादित प्रकृति की गोद में स्थित देश विदेश में विख्यात अद्वैत आश्रम मायावती में पहुंचे। यह वही दिव्य स्थल है जहां महामनीषी स्वामी विवेकानंद ने प्रवास किया था। मुख्यमंत्री धामी ने इस स्थान पर ध्यान भी किया।
अद्वैत आश्रम मायावती पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने यहां तपस्या की थी, यह स्थान हम लोगो के लिए पूज्य स्थान है, प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर आश्रम हमेशा नई ऊर्जा प्रदान करता है। यह ध्यान, शांति, अध्यात्म का केंद्र है।
बताते चलें कि स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा से उनके संन्यासी शिष्य स्वामी स्वरूपानंद और अंग्रेज शिष्य कैप्टन जे एच सेवियर और उनकी पत्नी श्रीमती सी ई सेवियर ने मिलकर 19 मार्च 1899 में इसकी स्थापना की थी। स्वामी विवेकानंद की इच्छानुसार मायावती आश्रम में कोई मंदिर या मूर्ति नहीं है इसलिए यहाँ सनातनी परम्परानुरूप किसी प्रतीक की पूजा नहीं होती । आश्रम में 1901 में स्थापित एक छोटा पुस्तकालय भी है, जिसमें अध्यात्म व् दर्शन सहित अनेक विषयों से सम्बद्ध पुस्तकें संकलित हैं।