- राज्य के 44 महाविद्यालयों में संचालित होंगे स्वरोजगार पाठ्यक्रमः डा. धनसिंह रावत
- विभागीय अधिकारियों को दिये पाठ्यक्रम का चयन कर संबद्धता लेने के निर्देश
देहरादून, 14 जुलाई, उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत राज्य के 44 राजकीय महाविद्यालयों में स्वारोजगारपरक पाठ्यक्रम संचालित करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए अधिकारियों को संबंधित पाठ्यक्रमों का चयन करने एवं श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से संबंद्धता की कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके अलावा इसी सत्र से सुबे में व्यवसायिक कॉलेज पैठाणी तथा मॉडल कॉलेज मीठीबेरी हरिद्वार भी शुरू कर दिया जायेगा।
उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियों को राज्य के 44 महाविद्यालयों में स्वरोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उच्च शिक्षा के साथ ही युवाओं को स्वरोजगारपरक शिक्षा दिया जाना आवश्यक है। इसी क्रम में सरकार ने राज्य के विभिन्न जिलों में साधन संपन्न 44 राजकीय महाविद्यालयों को चिन्हित कर रोजगारपरक पाठ्यक्रम चलाने के निर्णय लिया है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को शीघ्र स्वरोजगार पाठ्यक्रम का चयन कर सिलेबस तैयार करने के साथ ही श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय से सम्द्धता लेने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिये। समीक्षा बैठक में विकास खण्ड स्तर पर प्रस्तावित एक दर्जन नए महाविद्यालयों का प्रस्ताव शीघ्र शासन को भेजने के निर्देश निदेशालय के अधिकारियों को दिये। रूसा के अंतर्गत विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में निर्माण की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को लेट लतीफी वाले संस्थानों को भविष्य में धनराशि आंवटिन न करने के निर्देश दिये। बैठक में विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में लम्बे समय से रिक्त चल रहे शैक्षणिक एवं शिक्षणेत्तर पदों को न भरे जाने की स्थिति में संबंधित संस्थानों के विरूद्ध शासन को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये गये।
बैठक में अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा आनंद बर्द्धन, प्रभारी सचिव दीपेन्द्र चौधरी, कुलपति श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय डा. पी.पी. ध्यानी, कुलपति सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय प्रो. एन. एस. भंडारी, कुलपति दून विश्वविद्यालय प्रो. सुरेखा डंगवाल, निदेशक उच्च शिक्षा डा. कुमकुम रौतेला, अपर सचिव एम. एम. सेमवाल, सलाहकार रूसा प्रो. एम.एस.एम. रावत, प्रो. के.डी. पुरोहित, संयुक्त निदेशक डा. पी.के. पाठक, नोडल रूसा डा. ए. एस. उनियाल, कुलसचिव दून विश्वविद्यालय एम.एस. मद्रवाल, अनु सचिव ब्योमकेश दुबे, अनुभाग अधिकारी पुष्कर सिंह नेगी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।